ग्वालियर मध्य प्रदेश: शिव भक्ति का एक अनोखा मामला ग्वालियर से सामने आ रहा है जहाँ शिव भक्ति में जमी हुई एक महिला ने जब बीमा पॉलिसी कराई थी तो उसने इस पॉलिसी में नॉमिनी अचलनाथ महादेव को बनाया था। और पॉलिसी के बाद महिला की मृत्यु हो चुकी थी और अब जाकर 2024 में जब पालिसी परिपक्व हुई तो उसकी राशि का भुगतान होना था। तो बीमा के नियमानुसार बीमा धारक। की मृत्यु के बाद उस राशि का भुगतान नॉमिनी को होता है और इस पॉलिसी के नॉमिनी थे अचल नाथ महाराज इसलिए इस पॉलिसी का 7 लाख तैंतालीस हजार रुपया अचल नाथ महादेव ओके अकाउंट में ट्रांसफर किया गया।
थोरात की गोठ लोहिया बाजार ग्वालियर में रहने वाली माधुरी सक्सेना ने एक बीमा पॉलिसी कराई थी। इस महिला के नज़दीकी रिश्तेदार तो थे लेकिन कोई संतान नहीं थी और यह महिला भगवान भोलेनाथ की वक्त थी इसलिए बीमा सलाहकार के मार्गदर्शन पर इन्होंने अपनी पॉलिसी में अचल नाथ महादेव को नॉमिनी बनाया था। माधुरी सक्सेना ने यह पॉलिसी सन् दो हजार सत्रह में कराई थी लेकिन पॉलिसी कराने के बाद 19 मार्च 2022 को उनकी मृत्यु हो गई। और इस पॉलिसी के बारे में मंदिर प्रबंधक को और माधुरी सक्सेना के रिश्तेदारों को कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन लेने जब बीमा सलाहकार ने मंदिर प्रबंधकों को इस बारे में जानकारी दी कि उन्होंने यह जो पॉलिसी कराई थी जो अब परिपक्व हो गई है इसमें अचल नाथ महादेव नॉमिनी हैं इसलिए यह राशि अब मंदिर को दी जाएगी।
अभी तक आपने भक्तों द्वारा मंदिरों पर दान की बड़ी बड़ी राशियों की तमाम खबरें तो देखी होंगी लेकिन यह संभवत पूरे देश में ऐसा पहला मामला है जब किसी भक्त ने बीमा पॉलिसी में नॉमिनी हैं अपने इष्टदेव। को बना दिया हो और मृत्यु के बाद में भी अपने प्रभु पर लाखों रुपए दान में चढ़ा दिया हो। माधुरी सक्सेना की मृत्यु के बाद उनकी बीमा में तय राशि सात लाख बयालीस हजार नौ।सौ बयासी रुपए अचल नाथ महाराज मंदिर के ट्रस्ट के अकाउंट में जमा हो गए हैं। इस मामले में अचल नाथ महादेव ट्रस्ट का कहना है कि इस राशि का उपयोग माधुरी सक्सेना की स्मृति को हमेशा के लिए यादगार बनाए रखने के लिए किया जाएगा।