यदि आप किसी भी तरह का लोन लेना चाह रहे हैं और आपको पता है कि लोन के लिए बैंकों के चक्कर लगा लगाकर आप परेशान हो जाएंगे और इस वजह से कई बार आप दलालों के चंगुल में भी फंस जाते हैं। लोन की लंबी प्रक्रिया के कारण कई लोग तो। लोन लेने का सोचते तक नहीं है। तो यदि आपका सपना है शिक्षा का एक नई गाड़ी लेने का मकान लेने का। या किसी और वजह से लोन लेने का तो अब आप के लिए लोन लेने की राह आसान होने वाली है और इसके लिए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यूनीफाइड लेंडिंग इंटरफेस एक नई तकनीक यू एल आई शुरू करने की घोषणा कर दी है।
आपने अब तक अपने मोबाइल पर ऐसे कई मैसेज देखे होंगे जिसमें बिना किसी कागजों के मिनटों में आपको लोन देने का ऑफर किया जाता है। लेकिन वह ऐप आपको फंसाकर मोटी रकम वसूलते हैं। तुरंत लोन तो मिल जाता है लेकिन बाद में आपको उसका खामियाजा भुगतना पड़ता है आरबीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्सनल लोन लेने वालों में 69% लोग 35 साल से कम उम्र वाले होते हैं। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में औसत पर्सनल लोन ₹9861 रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह ₹10955 था। यानी कि अब लोग अपनी छोटी जरूरतों के लिए भी पर्सनल लोन ले रहे हैं ऐसे में अब आरबीआई की नई व्यवस्था। ऐसे लोन लेने वालों के लिए एक बड़ी सुविधा बन सकती है। और यदि आरबीआई के मापदंड के अनुसार सही माध्यम से लोगों को लोन मिलेगा, तो वह उन भ्रामक लोन लोन देने वाले एप।के चंगुल से भी बच सकेंगे।
जिस तरह से यूपीआई होता है उसी तरह का एक नया तकनीकी सिस्टम यू एल आई यूनिफाइड लेंडिंग इण्टरफेस अब आरबीआई ला रही है। इसके माध्यम से ग्राहक को लोन लेने में आसानी हो जाएगी। जैसे आज आप फोन पे और पेटीएम से ऑनलाइन पेमेंट करते हैं उसी तरह यू एलआईसी।आप घर बैठे ऑनलाइन लोन प्राप्त कर सकते हैं। आधार ई केवाईसी सरकारों के लैंड। रिकॉर्ड्स पेन वेरिफिकेशन बैंकों क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियों और अकाउंट एग्रीगेटर्स जैसे विभिन्न स्रोतों से इसके लिए आंकड़े जुटाए जाएंगे। इससे आवेदक की लोन लेने की क्षमता और चुकाने की क्षमता का आकलन फौरन लग। जाएगा यह पूरा सिस्टम। सहमति के आधार पर काम करेगा जिससे डेटा गोपनीय बना रहेगा। इस सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा यह होगा। कि जो ग्राहक तुरंत लोन लेना चाहते हैं। वह आज कल चल रहे इस्टेंट लोन ऐप वाले छल से बच जाएंगे क्योंकि यह ज्यादातर एप्प सरकार और आरबीआई के सीमित नियंत्रण में हैं लेकिन यू एल आई एक ऐसा प्लेटफार्म होगा जो सीधे तरीके से आरबीआई की निगरानी में होगा और जैसे आप आज के समय पर बिल्कुल निस्संकोच। बिना किसी परेशानी के यूपीआई से पेमेंट करते हैं। उसी तरह आप। यूएलआइसे ऑनलाइन लोन बिना किसी परेशानी भ्रम तकलीफ के ले पाएंगे।
यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस यू एल आई के बारे में आरबीआई का कहना है कि इस तकनीक के बाद लोन के क्षेत्र में एक नई क्रांति आएगी। यूएलआइ को आरबीआई की सब्सिडियरी रिजर्व बैंक इनोवेशन हब ने डेवलप। किया है। इस तकनीक का मकसद रिटेल लोन लेने वालों के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया को सरल और तेज बनाना है। बेंगलुरु में हुई वैश्विक सम्मेलन में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस तकनीक के बारे में यह सारी जानकारी साझा की है। यूएई को अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत 17 अगस्त से शुरू किया गया है। इसका फोकस किसान क्रेडिट कार्ड लोन डेरी लोन एमएसएम ए लोन पर्सनल लोन और होम लोन तक रखा गया है। शुरुआत में इसे क्रिप्शन लेस क्रेडिट प्लेटफॉर्म कहा गया था अब यह प्रयोग सफल रहा था। इसलिए इसे। यू एल आई के नाम से पूरे देश में लागू किया जा रहा है।