ग्वालियर मध्य प्रदेश: पूर्व मंत्री यशुधरा राजे सिंधिया जब मंत्री थीं यह बीच में मंत्री नहीं भी थीं और अब फिर से वह किसी पद पर नहीं है वह सत्ता में हो या न हो उनका बेबाक अंदाज वहीं रहता है और वह जिस अंदाज के लिए जाने जाती हैं उसी अंदाज़ के लिए एक बार फिर सुर्खियों में है। हाल ही में उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट किया है और उस पोस्ट में उन्होंने जो लिखा है में उन्होंने अपनी ही भाजपा की डॉक्टर मोहन यादव सरकार को घेरा है। उन्होंने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा है कि क्या विकास कार्य अब किसी कार्यक्रम या फीता काटने के इंतजार में रुकेंगे । तो ऐसा क्या हुआ और किस बात का दर्द पूर्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को रहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर यह लिखना पड़ा आइए जानते हैं।
मामला ग्वालियर से जुड़ा हुआ है और ग्वालियर में तमाम तम ऐसे प्रोजेक्ट हैं जो बनकर। तैयार हैं चाहे आईएसबीटी की बात करें चाहे स्मार्ट स्कूल की बात करें चाहे विवेकानंद। नीलम होते हुए कलेक्ट्रेट जाने वाले आरओबी की करें। विवेकानंद नीलम आरोपी पिछले कुछ समय से खबरों में बना हुआ है। कारण यह है 8 साल के इंतजार के बाद यह पुल तैयार हो चुका है। जो पूल 3 साल में बनना था उसे वैसे ही 3 गुना समय लग चुका है। इसके बावजूद भी उसे जनता के लिए नहीं खोला जा रहा है। जनता सरकार के विरोध में आ गई। जनता का ऐलान हुआ कि यदि प्रशासन उद्घाटन करके पुल नहीं खोलता है तो जनता स्वयं उद्घाटन करके पुल शुरू कर देगी।
इसी विवेकानंद आरओबी के उद्घाटन की खबरें जब चलीं। तो उन खबरों की कटिंग और विवेकानंद आरोपी के फोटो के साथ पूर्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने एक्स हैंडल पर अपना दर्द बयां किया है। यशोधरा राजे लिखती हैं, वर्षों के इंतजार के बाद ग्वालियर का विवेकानंद नीड़म का पुल बनकर तैयार है, फिर भी जनता के लिए नहीं खुला – क्यों?
क्या अब विकास कार्य किसी कार्यक्रम या फ़ीता काटने के इंतज़ार में रुकेंगे?
ग्वालियर के लोग जवाब के हक़दार हैं।

आपको बता दें कि जिला प्रशासन ने पूरा सर्वे करके अब इस पुल के उद्घाटन की घोषणा कर दी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव 8 अप्रैल को इस पुल का लोकार्पण कार्यक्रम करेंगे। अब इस घोषणा के बाद जनता का विरोध शांत हो गया था। लेकिन जिस तरह से पूर्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने सोशल मीडिया पर बयान लिखा है वह कई सवाल खड़े कर रहा है? वैसे तो जब यशोधरा राजे सिंधिया स्वयं सत्ता में थीं तब भी अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती थी लेकिन वर्तमान में वह सत्ता में नहीं है और जिस तरह से उन्होंने विकास कार्यों में अवरोध को लेकर ये बयान दिया है लगता है वह प्रदेश के डॉ मोहन यादव सरकार के कार्यों से खुश नहीं हैं!
