भोपाल मध्य प्रदेश: मध्यप्रदेश में बहन बेटियों को लेकर एक बार फिर से राजनीति गरमाई हुई है। अपने बेटी बचाओ अभियान के तहत कांग्रेस कार्यकर्ता सोमवार को भोपाल सांसद आलोक शर्मा को उनके निवास पर ज्ञापन देने पहुंचे। जहां सांसद ने मोबाइल से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि बेटियों पर राजनीति न करें। महिलाओं, बच्चियों से संबंधित संवेदनशील मामलों को लेकर भाजपा गंभीर है। इससे पहले उन्होंने ज्ञापन लिया और जीतू पटवारी के नाम एक पत्र भी लिखा। इसमें लिखा गया कि वह स्वयं को देखें कि उनके नेताओं, पूर्व मंत्री और विधायकों ने कब-कब महिलाओं के प्रति गलत टिप्पणियां की हैं। महिलाओं-बेटियों के प्रति उनकी भावना किसी से छुपी नहीं है। यह बात सब जानते हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता कई बार महिलाओं पर अनुचित टिप्पणी करते देखे गए हैं वह संभवतः यही कारण रहा होगा कि आलोक शर्मा को यह नसीहत देनी पड़ी।
कांग्रेस ने बेटी बचाओ अभियान के अंतर्गत सोमवार को प्रदेशभर में विधायक, सांसद और अन्य जन प्रतिनिधियों को ज्ञापन देकर महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा की मांग की। कई जगह भीड़ के साथ कांग्रेस नेताओं के पहुंचने से राजनीति गरमा गई। विधानसभा चुनाव में नरेला से कांग्रेस प्रत्याशी रहे मनोज शुक्ला भी बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ क्षेत्रीय विधायक व मंत्री विश्वास सारंग को ज्ञापन देने पहुंचे। सारंग नहीं मिले तो ओएसडी को ज्ञापन दिया।
सांसद जब पत्र लिख रहे थे तो कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सक्सेना ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को फ़ोन लगा दिया और सांसद की मोबाइल पर बात करवा दी। इस पर सांसद ने उनसे कहा कि पहले अपने नेताओं को नसीहत दें कि बहन-बेटियों के प्रति अपना व्यवहार बदलें। उनके लिए गलत टिप्पणी करने से बाज आएं। इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति करने की जगह विकास, जनकल्याण पर बात करें। भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से लगातार बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और उनके संरक्षण के लिए काम कर रही है। इस मौके पर पूर्व विधायक पीसी शर्मा, जेपी धनोपिया, विभा पटेल सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे।