भोपाल मध्य प्रदेश : ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुना से लोकसभा सांसद निर्वाचित होने के बाद मध्यप्रदेश को डिगी। राज्यसभा सीट खाली हो गई थी क्योंकि जब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे तो भाजपा ने उन्हें मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद बनाकर मंत्री पद से नवाजा था। अब उनके जाने से खाली हुई सीट भाजपा के लिए गले की हड्डी बनी हुई थी क्योंकि भाजपा को अब सभी धड़ों को साधते हुए एक ऐसे प्रत्याशी का चयन करना था जिससे मध्यप्रदेश के भाजपा नेताओं में खींचतान ना बढे। और अब इन सब अटकलों पर विराम लगाते हुए भाजपा ने केरल के भाजपा नेता जॉर्ज कुरियन के नाम की घोषणा कर दी है।
इस सीट पर राज्यसभा के लिए कई नेताओं के नाम की चर्चा थी, उनमें गुना के पूर्व सांसद डॉ. केपी सिंह यादव भी थे। वहीं, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, डॉ. नरोत्तम मिश्रा, कांग्रेस से भाजपा में आए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी, कांतदेव सिंह और प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल के नामों की चर्चा थी। पवैया और नरोत्तम मिश्रा दो साल के लिए राज्यसभा जाने के लिए राजी नहीं थे। सुरेश पचौरी ने भी इस दौड़ से खुद को अलग कर लिया था। यह सभी नेता और इनके समर्थक यह आस लगाए बैठे थे। कि शायद इस बार राज्यसभा में मध्य प्रदेश से ही किसी न किसी को भेजने का निर्णय पार्टी लेगी।
भाजपा आलाकमान लगातार मप्र के नेताओं की उपेक्षा कर बाहरी नेताओं को तवज्जो? दे रहा है। चार महीने के अंदर ही ऐसा दूसरी बार हुआ है जब भाजपा ने दक्षिण के किसी नेता को मध्य प्रदेश कोटे।से राज्यसभा भेजा है। जॉर्ज कुरियन केरल के भाजपा नेता हैं और इस समय मोदी कैबिनेट में मत्स्य पशुपालन राज्य मंत्री हैं। इससे पहले तमिलनाडु के बीजेपी नेता एल। मुरुगन को भी मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद बनाया गया था। अब लगातार दो बार बाहरी नेताओं के राज्यसभा भेजे जाने से मध्यप्रदेश। में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है सपा? प्रवक्ता यश भारतीय का कहना है कि यादव समाज मान कर चल रहा था कि केपी यादव को भाजपा राज्यसभा भेजेगी। क्यों कि ज्योतिदारी सिंधिया को गुना से लोकसभा?प्रत्याशी बनाए जाने और जीतने के बाद यह सीट खाली थी।