इंदौर मध्य प्रदेश: मध्यप्रदेश की सियासत में मच्छर और खटमल की एंट्री हो गई है। कैलाश विजयवर्गीय ने भी हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि खटमल और मच्छरों को कब अकल आएगी? अब उनका यह बयान क्यों आया है? और किसको उन्होंने और मच्छर बताया है इसको लेकर मध्य प्रदेश के राजनीतिक ददियारों में घमासान मचा हुआ है। अब राजनीति पंडित इस बात को लेकर विश्लेषण करने में लग गए हैं कि कैलाश विजयवर्गीय ने खटमल और मच्छर शब्द का प्रयोग किन? नेताओं के लिए किया है?
मध्य प्रदेश सरकार के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय हमेशा से ही अपने दो टूक बयानों के लिए जाने जाते हैं। इन बयानों पर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं भी खूब होती हैं। अब जब उन्होंने खटमल और मच्छर वाला बयान दिया है तो यह चर्चाएं चल रही हैं कि कैलाश विजयवर्गीय का इशारा किस तरफ है। आपको बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस के कद्दावर नेता सज्जन सिंह वर्मा ने बयान दिया था ही भारत में भी बांग्लादेश जैसे हालात हो जाएंगे। और अब कैलाह विजयवर्गीय का कहना है कि भारत में बांग्लादेश जैसे हालात नहीं होंगे और अपने इस बयान को देते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि मच्छर और खटमल को कब अकल आएगी।
आपको बता दें कि कुछ माह पूर्व लोकसभा चुनाव से पहले भी कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ को लेकर एक बयान दिया था।जिससे मध्यप्रदेश में सियासत गरमा गई थी। उन्होंने अपने बयान में कमलनाथ को बादशाह फल भी कह दिया था। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था, “कमलनाथ के लिए हमारे दरवाजे बंद हैं और हम क्यों लेंगे? आदमी बाजार में जायेगा तो ताजा फल तोड़ेगा कि वासा फल, दरवाजा बंद है.”