नई दिल्ली: किसान के बेटा के रूप में भारतीय राजनीति में अपनी पहचान बना चुके शिवराज सिंह चौहान जो वर्तमान में केंद्र सरकार में केंद्रीय मंत्री भी हैं अब भारत के किसानों को एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान किसानों की समस्याओं और उपलब्धियों पर चर्चा करने के लिए नए कार्यक्रम “किसान की बात” की शुरुआत करने जा रहे हैं। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नागरिकों से हर महीने के अंतिम रविवार को रेडियो के माध्यम से मन की बात कार्यक्रम करते हैं। और उसी कार्यक्रम की तर्ज पर अब कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान किसान की बात कार्यक्रम में आपको किसानों के साथ चर्चा करते नजर आएंगे।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम की तर्ज पर ‘किसान की बात’ कार्यक्रम जल्द शुरू किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुझसे कहा था कि ‘किसान की बात’ कार्यक्रम होना चाहिए। इसका आयोजन कम से कम महीने में एक बार होना चाहिए। इसके बाद हमने इस कार्यक्रम को आरंभ करने का निर्णय लिया है, जो सितंबर माह में शुरू कर दिया जाएगा।
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम की तर्ज पर ‘किसान की बात’ कार्यक्रम जल्द शुरू किया जाएगा। रेडियो और टीवी के माध्यम से कृषि वैज्ञानिक और विभाग के अधिकारी किसानों को जानकारी देंगे।”
–शिवराज सिंह चौहान–
नरेन्द्र मोदी जब से देश के प्रधानमंत्री बने हैं उन्होंने किसानों की समस्या पर भी हमेशा चर्चा की है। उनके भाषणों में भी किसान शब्द का प्रयोग हमेशा देखा जाता रहा है। शिवराज सिंह चौहान पहले से ही किसानों के बीच में अच्छी खासी साख बनाए हुए हैं और अब किसान की बात पर किसानों से चर्चा करके किसान के बेटा की छवि को और मजबूती मिलेगी। शिवराज सिंह ने कहा कि साल 2014 में जब वह पहली बार प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में 6 बार किसान का नाम लिया। इसके बाद 2015 में 23 बार, 2016 में 31 बार, 2017 में 20 बार, 2018, 2019 और 2020 में 17-17 बार और 2021 में 15 बार किसानों का नाम लिया। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने 2022, 2023 और 2024 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अनगिनत बार किसानों का नाम लिया। पीएम मोदी के दिल में किसान और खेती रहती है। वो किसानों का हमेशा भला चाहते हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में मुझे किसानों की सेवा करने का काम दिया गया है। सितंबर से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम के लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। अब देखना होगा यह कार्यक्रम किसानों के लिए किस तरह लाभप्रद कारगर होता है।