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कांग्रेस विधायक मुश्किल में; एफआईआर के बाद मानव अधिकार आयोग ने भी मांगी रिपोर्ट

कांग्रेस विधायक जी को जब उनके मतदाताओं ने याद दिलाया कि चुनाव के समय उन्होंने क्षेत्र में ट्रांसफार्मर लगवाकर बिजली की समस्या का समाधान करेंगे। तो अपने ही मतदाताओं द्वारा वादा याद दिलाना विधायक जी। को नागवार गुजरा और उन्होंने अपने ही मतदाताओं की मारपीट कर दी। ऐसा आरोप यह ग्रामीण मतदाता अपने विधायक जी पर लगा रहे हैं और इस संबंध में यह मतदाता एसपी। कार्यालय भी पहुंचे थे और। मामले की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीणों की शिकायत पर विधायक जीके विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कर ली गई थी। अब विधायक जी की मुश्किलें और बढ़ गई हैं क्योंकि मामला दलित महिलाओं की मारपीट से जुड़ा हुआ है। इसलिए मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भी मामले को संज्ञान में लिया है और ग्वालियर पुलिस अधीक्षक से पंद्रह दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी है।

आपको बता दें कि मामला सोमवार का है जहां ग्वालियर ग्रामीण के विधायक साहब सिंह गुर्जर के निवास पर मऊ पहाड़ी क्षेत्र के लोग अपनी बिजली समस्या के निदान के लिए पहुंचे थे। यहाँ पहुंचने वालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। महिलाओं ने विधायक जी को यह भी याद दिलाया था कि उन्होंने। विधायक जी को वोट दिए हैं। इस पर भी महिलाओं को अभद्र जवाब मिला था। और महिलाओं ने जब इस बात का विरोध किया था तो महिलाओं का आरोप है के विधायक जी ने खुद बाहर आकर उनके बाल खींचे उनको मारा उन उनको धक्का दिया और इस मामले को लेकर। सारे ग्रामीण एसपी कार्यालय पहुंच गए थे। एसपी के सामने भी दलित महिलाओं का आरोप था।की विधायक ने स्वयं उनके साथ मारपीट की है। हालांकि महिलाओं के आरोप के जवाब में विधायक। साहब सिंह गुर्जर ने खुद को निर्दोष बताते हुए इसे एक षड्यंत्र बताया था और उनका कहना था कि वह तो ग्रामीणों की मदद के लिए हमेशा जनसुनवाई लगाते हैं और मऊ पहाड़ी के इस मामले से भी उन्होंने काफी समय पहले ही बिजली विभाग को अवगत कराया था।

इस मामले में ग्वाली ग्रामीण विधायक साहब सिंह गुर्जर की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं क्योंकि एफआईआर होने के बाद अब मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है। मामला आदिवासी और दलित महिलाओं से जुड़ा हुआ है। इसे देखते हुए मानव अधिकार आयोग ने ग्वालियर पुलिस अधीक्षक से 15। दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी है।और साथ ही बिजली कंपनी के अधिकारी को भी महू पहाड़ी पर बिजली की उपलब्धता को लेकर 15 दिन के भीतर ही जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि इस मामले में बिजली विभाग के ग्रामीण सर्कल के अधिकारी नीतीश सिंह का कहना है कि उनके पास अब तक कोई शिकायत नहीं आई है। हाल ही में घटना के दिन फ़ोन पर जरूर विधायक जी ने उनको मामले की जानकारी दी थी। जबकि महिलाएं अपनी यह समस्या लेकर 5वीं बार विधायक साहब सिंह गुर्जर के पास पहुंची थीं।

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