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गूगल का गेम चेंजिंग Willow Chip; सुपर कंप्यूटर से भी हजार गुना तेज, करता है महीनों का काम सेकंड में

जब भी आप कम्प्यूटर यूज़ करते है और कोई विंडो या सॉफ्टवेयर काम करते समय 1 , 2 सेकंड भी रुकना पड़े तो आपको लगता है कि क्या यह और तेज़ नहीं हो सकता और और तेज प्रोसेसर आने के बाद में भी आप उससे ज्यादा तेज कंप्यूटर के बारे में सोचने लगते हैं। क्या आप यकीन करेंगे कि इस तरह कंप्यूटर चिप भी बन चुकी है जो वर्तमान के सुपर कम्प्यूटर से हजारों लाखों गुना तेज स्पीड से काम कर सकती है। जो काम आज का सुपर कम्प्यूटर सालों में करता है वही गणना यह अलग अलग चिप कुछ ही मिनटों में कर सकती है। और यह कारनामा कर दिखाया है गूगल ने।

Google ने सुपर कम्प्यूटिंग की दुनिया में तहलका मचा दिया है। टेक कंपनी ने दुनिया का सबसे तेज क्वांटम कम्प्यूटिंग चिप Willow पेश किया है। कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने अपने X हैंडल से इसकी जानकारी दी है। गूगल लंबे समय से अपने इस चिप पर काम कर रहा था। गूगल के इस चिप में X के बॉस एलन मस्क ने भी दिलचस्पी दिखाई और पिचाई के पोस्ट पर रिप्लाई किया है। कंपनी का दावा है कि यह सुपर कम्प्युटिंग चिप जटिल से जटिल कैलकुलेशन को चुटकियों में सॉल्व कर सकता है।

कुछ महीने पूर्व ही इसका प्रदर्शन गूगल द्वारा किया जा चुका है और प्रदर्शन के समय पिचाई ने अपने पोस्ट में इस क्वांटम चिप की विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया है। यह चिप किसी भी Error को सॉल्व करने में माहिर है। इसके लिए यह ज्यादा से ज्यादा क्यूबिट का इस्तेमाल करता है। एक वीडियो डेमो के जरिए पिचाई ने दिखाया कि यह चिप 105 क्यूबिट के साथ महज 5 मिनट से भी कम समय में कैल्कुलेशन कर सकता है। वहीं, गूगल के क्वांटम एआई यूनिट के हेड हार्टमुट नेवेन ने कहा कि यह गूगल की उपलब्धियों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। गूगल का यह चिप मेडिकल और AI के क्षेत्रों में बड़ा बदलाव ला सकता है।

गूगल की नई ‘विलो’ चिप को कैलिफ़ोर्निया के सांता बारबरा में स्थित गूगल के क्वांटम लैब में विकसित किया गया है। यह चिप 105 क्यूबिट्स (Qubits) पर आधारित है। क्यूबिट्स वो यूनिट्स हैं, जो क्वांटम कंप्यूटर की सबसे बड़ी क्षमता को मापते हैं और इनकी मदद से जटिल गणितीय समस्याओं को हल करना संभव हो पाता है।

गूगल के अनुसार, इस नई चिप ने एक अत्यधिक जटिल गणितीय समस्या को महज 5 मिनट में हल किया है। वही काम, अगर पारंपरिक कंप्यूटर से किया जाता तो इसे हल करने में लाखों साल लग सकते थे। यह एक माइलस्टोन है, जो यह साबित करता है कि क्वांटम कंप्यूटर भविष्य में असाधारण गति से कार्य कर सकते हैं। आसान भाषा में समझा जाए तो एक बेसिक कम्प्यूटर या फिर स्मार्टफोन आदि में ट्रेडिशनल बाइनरी चिप का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, क्वांटम कम्प्यूटिंग में क्यूबिट का इस्तेमाल किया जाता है, जो काफी तेजी से प्रोसेसिंग करने की क्षमता रखता है। गूगल ने इस चिप में एरर रेट को कम करने के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है ताकि रियल टाइम में गलतियों को सुधार किया जा सके।

Gajendra Ingle

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