जबलपुर मध्य प्रदेश: कंगना रनौत की आने वाली फिल्म इमर्जेन्सी जब से बाजार में चर्चाओं में आई इसको लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। जबलपुर में सिख समुदाय द्वारा इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के लिए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट जबलपुर में एक याचिका लगाई गई थी। याचिकाकर्ताओं का कहना था कि इस फिल्म में इस तरह की बातें बताई गई हैं जिससे सिख समुदाय की छवि पर असर पडता है। सोमवार को इस याचिका पर सुनवाई करते हुए मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने फिल्म की निर्माता और मुख्य अदाकारा कंगना रनौत। केंद्र सरकार फिल्म सेंसर बोर्ड और अन्य सभी को नोटिस जारी किया है। यह देखते हुए ऐसा माना जा सकता है कि अब कंगना की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज़ या तो आगे बढ़ सकती है या रुक सकती है।
इमरजेंसी फिल्म इंदिरा गांधी के जीवन के उस कार्यकाल पर आधारित है जब उन्होंने देश में आपातकाल घोषित कर दिया था। इस फिल्म में।सिख समुदाय से संबंधित भी तमाम दृश्य दिखाए गए हैं जिनको?लेकर सिख समुदाय ने आपत्ति दर्ज की थी। क्योंकि उनका कहना था कि इस फिल्म में कुछ ऐसे दृश्य हैं जो सिख समुदाय किए सम्मान और गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं। और अब इस आपत्ति पर हाईकोर्ट में लगी जनहित याचिका पर संज्ञान लेते हुए सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है। यह देख कर लगता है कि आपातकाल पर बनी कंगना रनाउत की फिल्म इमरजेंसी आफ्त काल में फंसने वाली है।
आपको बता दें कि फिल्म अभिनेत्री कंगना राना उत। मैं जब से राजनीति में रुचि दिखाई है वह कुछ न। कुछ बयानों को लेकर हमेशा विवादों से घिरी रहती है और जब उन्होंने राजनीति में आने के बाद राजनीति पर आधारित अपनी एक फिल्म बनाई है जिसमें निर्माता भी वहीं हैं और मुख्य अदाकारा भी वही है, तो यह फिल्म भी अब विवादों में फंस गई है।