ग्वालियर मध्य प्रदेश: श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले तिरुपति लड्डुओं में मिलावट पाई गई थी। सामने आया था कि लड्डुओं में पशु चर्बी मिलाई गई। एसआईटी जांच में घी आपूर्ति के हर चरण में गड़बड़ियां होने का पता चला है, जिसके कारण गिरफ्तारियां की गईं। जब यह मामला खुला था तो पूरे देश में खलबली मच गई थी और अब तिरुपति बालाजी मिलावटी लड्डू मामले मामले मामले में ग्वालियर के कुछ व्यापारियों की संलिप्तता भी पाई गई है।
ग्वालियर के दाल बाजार स्थित तीन तेल और घी कारोबारियों मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। यह कारोबारी सीबीआई की रडार पर हैं और तीनों। के नाम पर सर्च वारंट लेकर सीबीआई का एक विशेष जाँच दल ग्वालियर आ पहुँचा है। सीबीआई की टीम ने संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस को साथ में लेकर तेल और घी कारोबारियों के यहां कार्रवाई की है। उन्हें इन कारोबारियों के यहां से कुछ रिकॉर्ड जब्त किए हैं और व्यापारियों के बयान भी लिए हैं। आपको बता दें कि यह ग्वालियर के नामचीन घी और तेल व्यापारी हैं जिनका घी और तेल का व्यापार कई राज्यों तक फैला हुआ है।

सीबीआई का विशेष जांच दल शनिवार को ग्वालियर पहुंचा और यहां पहुंचकर उन्होंने ग्वालियर पुलिस को पहले इस कार्रवाई के बारे में ऊपरी तौर पर जानकारी दी। ग्वालियर पुलिस की दी जानकारी के अनुसार विशेष। जांच दल सर्च वारंट लेकर आया था। उनको सहयोग के लिए पुलिस उपलब्ध कराई गई थी। मामला खाद्य सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। इससे ज्यादा जानकारी ग्वालियर पुलिस को नहीं है। सीबीआई का विशेष जाँच दल दाल बाज़ार स्थित तेल और घी कारोबारी फर्म राकेश कुमार अजित कुमार और मोहित अग्रवाल की फर्म सीपी टेर्डिंग और मोनू अग्रवाल के संस्थान पहुंचा।
जब व्यापारियों को इस बात की जानकारी चली तिरुपति बाला जी मंदिर के मिलावटी लड्डू के मामले में सर्च वारंट लेकर सीबीआई की टीम ग्वालियर पहुंची है तो व्यापारियों के हाथ पैर फूल गए दाल बाज़ार के व्यापारियों के बीच इस बात की चर्चा दिनभर चलती रही। व्यापारियों ने शुरुआत में विशेष जांच दल। को सहयोग नहीं किया लेकिन लेकिन कोतवाली थाना और इंदरगंज थाना से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया तो व्यापारियों को झुकना पडा। यह तीनों व्यापारी किस तरह से मिलावटी लड्डू? मामले में संलिप्त हैं। इन्होंने कब कब और कितना घी और तेल श्री? बालाजी मंदिर को भेजा है इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है।

आपको बता दें कि ग्वालियर अंचल लंबे समय से मिलावटी खाद्य पदार्थों के लिए कुख्यात रहा है और इस बात पर सहमति मध्यप्रदेश। के खाद्य खाद्य सुरक्षा मंत्री गोविंद राजपूत भी कर चुके हैं। । जब उन्होंने ग्राहक पंचायत के एक कार्यक्रम के दौरान यह बात खुद स्वीकार की थी कि ग्वालियर चंबल अंचल में मिलावट होती है। ग्वालियर चंबल अंचल मैं पहले भी नकली घी बनाने की कई फैक्ट्री पकड़ी जा चुकी हैं। लेकिन काफी लंबे समय से जिला प्रशासन ने और खाद्य विभाग ने तेल और घी निर्माताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की है और अब बालाजी मंदिर लड्डू मामले में सीबीआई की जांच में ग्वालियर के व्यापारियों का गिरना यह सवाल खड़े करता है कि क्या इन व्यापारियों को खाद्य सुरक्षा विभाग का संरक्षण मिला हुआ है?