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जानलेवा डेंगू, सरकारी डॉक्टर, नरसिंह छात्रा, व्यापारी के बाद पंजीयन विभाग की महानिरीक्षक की मौत

उदयपुर, राजस्थान:  राजस्थान में डेंगू लगातार पैर पसारता जा रहा है और डेंगू से मौतों का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। यहां डॉक्टर्स के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह आ रही है ये? डेंगू ने अपना पैटर्न बदल लिया है ऐसे तमाम केस। सामने आए हैं। जहां प्लेटलेट्स कम होने के बावजूद भी डेंगू की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। फीवर और अन्य लक्षण डेंगू जैसे ही होते हैं प्लेटलेट्स भी कम होती हैं। अस्पतालों में रोज ऐसे सौ से अधिक मामले आ रहे हैं जिसमें प्लेटलेट्स की संख्या सत्तर हजार से कम है लेकिन डेंगू की रिपोर्ट नेगेटिव है। यह चौंकाने वाली जानकारी डॉ पुनीत सक्सेना डॉक्टर प्रवीण मंगलूनिया ने मीडिया को दी है। 

अभी हाल ही में पंजीयन विभाग की महानिरीक्षक डॉक्टर तरु। ण राणा भी डेंगू से पीड़ित रहीं 17। दिन तक वह अस्पताल में भर्ती थी और शनिवार को उनकी मौत हो गई। पहले उन्हें गीतांजलि अस्पताल में भर्ती कराया गया था फिर स्थिति में सुधार न होने पर उन्हें एयर। लिफ्ट कर चेन्नई ले जाया गया। चौंकाने वाली बात यहां यह सामने आई कि डॉक्टर तरु। सुराणा की प्लेटलेट्स की संख्या में कोई कमी नहीं थी जबकि सामान्य डेंगू मरीजों में प्लेटलेट्स तेजी से गिरते हैं। तरुष राणा का 17 दिन तक चेन्नई में ही इलाज चला। इस मामले में गीतांजलि अस्पताल उदयपुर। ये कार्डियक सर्जरी विभाग के। एचओडी डॉक्टर संजय गांधी ने जानकारी दी है ही डॉ तरुष सुराणा। के मामले में डेंगू वायरस की वजह से हृदय में भी समस्या उत्पन्न हो गई थी और उनकी हालत बहुत बिगड़ गई थी। तरु के रिश्तेदार डॉक्टर भी अमेरिका से आये थे और उन्होंने भी तरु के निगरानी आईसीयू।में रहकर की थी।

आपको बता दें कि राजस्थान में डेंगू से मौत के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और कई मरीज की रिपोर्ट डॉक्टर्स। को चौंका रही है।अभी तक प्रदेश में एक सरकारी डॉक्टर नर्सिंग छात्रा और व्यापारी सहित तमाम लोगों की मौत हो चुकी है। जिस तरह से डेंगू ने पैटर्न बदला है वह डॉक्टर्स के लिए भी एक चुनौती बन गया है। रोगी सामान्यतः प्लेटलेट्स की संख्या गिरने पर इंटरनल ब्लीडिंग का। खतरा बना रहता है इसलिए डॉक्टर्स प्लेटलेट्स की संख्या सामान्य रखने का भी प्रयास करते हैं। लेकिन ऐसी स्थिति में जब प्लेटलेट्स कम हो ही नहीं तो फिर चुनौती बढ़ जाती है और ऐसे भी कई केस हैं जहां प्लेटलेट्स कम है लेकिन डेंगू के लक्षण नहीं है। इस तरह से लैब एजेंसी द्वारा दी गई रिपोर्ट्स भी अब। डॉक्टर्स को इलाज इस समय चुनौती बढ़ा रही हैं। 

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