ग्वालियर, मध्य प्रदेश : छह अक्टूबर दो हजार चौबीस भारत बांग्लादेश टी ट्वेंटी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच की तारीख जैसे जैसे करीब आती जा रही है वैसे वैसे ही इस मैच पर संकट के बादलों का घेरा भी बढ़ता जा रहा है। कुछ हिन्दू संगठन इस मैच की घोषणा होने के दिन से ही इसका विरोध करते आ रहे हैं और अब यह विरोध विरोध मुखर होने लगा है। इस मैच के आयोजन के विरोध को लेकर बुधवार को सर्व हिन्दू संगठनों की एक विशाल बैठक आयोजन किया गया। इस बैठक में सभी पदाधिकारियों ने कहा वर्तमान स्थिति को देखते हुए कार्यकर्ताओं को हर परिस्थिति में हिन्दू स्वाभिमान और सनातन धर्म की रक्षा के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
इस बैठक में उपस्थित विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने एक स्वर में कहा ग्वालियर में होने वाले भारत बांग्लादेश क्रिकेट मैच को लेकर विरोध जताते हुए कहा कि जिस समय बांग्लादेश में सुनियोजित तरीके से मुस्लिम जिहादियों द्वारा हिंदुओ का कत्लेआम हो रहा है और इसमें वहां की सेना तथा वर्तमान सरकार भी शामिल है। इन परिस्थितियों में जहां हमें बांग्लादेश में हिन्दुओं को बचाने की ठोस कार्रवाई करनी चाहिए तो ये ना कर उल्टा उन कातिलों को ग्वालियर बुलाकर उनके साथ क्रिकेट मैच खेलने की तैयारी की जा रही है। इस पर सभी ने अपना रुख साफ करते हुए कहा है किसी भी कीमत पर मैच नहीं होने देंगे।
जिस तरह से इस बैठक में हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने संकल्प लिया है उसको देखकर कहा जा सकता है।इस मैच के आयोजन की राह आसान नहीं है। आपको बता दें के इस मैच के हो रहे विरोध की सूचना बीसीसीआई तक भी पहुंच चुकी हैं और सूत्रों की मानें। तो बीसीसीआई भी सुरक्षा को लेकर और मैच के आयोजन को लेकर चिंतित है। भारत बांग्लादेश के बीच संभावित इस टी ट्वेंटी अंतरराष्ट्रीय मैच के ऊपर दोहरे संकट के बादल मंडरा रहे हैं। एक तरफ तो हिंदू संगठनों के विरोध के बादलों का संकट बढ़ता जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर इंद्र देव। की दृष्टि भी इस समय इस क्षेत्र पर पड़ी हुई है और घनघोर बारिश का दौर जारी है। और मैच से पहले भी मूसलाधार बारिश और जलभराव का अनुमान लगाया जा रहा है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले हुई एक दिन की बारिश में भी आधे स्टेडियम में पानी भर गया था। और स्टेडियम की पार्किंग पूरी तरह से जलमग्न हो गई थी।
इस मौके पर विनोद जोशी, लालजी शर्मा, राजा चौहान, गिरीश शर्मा, संजय श्रुति, धर्मेंद्र भदौरिया, संजू बाबा, धर्मेंद्र शिंदे, बलवंत डोंगे, अपूर्व लोहिया, गोपाल चौहान, अतुल शुक्ला, मिथलेश सिकरवार, सोमवती परिहार, पवन गुप्ता, विनीत श्रीवास्तव, मनोज जाटव, मुकेश बघेल, अनिल विशाल, निखिल धारगोड़े, संजय जादौन, दीपक श्रीवास्तव, बंटी गुर्जर, नीरज साहू, रविंद्र कुशवाह, सुनील नामदेव, रिंकू कुशवाह, आकाश पाल, विनोद पाल, राहुल बाथम, सुनील शर्मा जितेंद्र राठौर, अरविंद सिंह, बालकिशन सिंह, पवन किशोर माहौर, महावीर सिंह जाटव, राजा भदौरिया, अनु राठौर, कृष्णा दीक्षित, रंजोद बघेल, बृजमोहन सिंह, सुरेंद्र जाटव, पप्पन भदौरिया, धीरज सिंह, अमरलाल प्रजापति, गौतम सिंह फिरोजिया, विजयपाल सिंह छावनी, पंकज लखेरा, राजू शर्मा, जोगेंद्र सिंह बरैया, लक्ष्य रावत, दीपक राठौड़ समेत बड़ी संख्या में सर्व हिन्दू संगठन के लोग मौजूद रहे ।
सुनिए हिन्दू संगठनों की बैठक में क्या कुछ कहा हिंदू नेताओं ने