सुप्रीम कोर्ट द्वारा क्रीमी लेयर पर दिए गए फैसले के विरोध में आज तमाम दलित संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया था। मध्य प्रदेश के भी विभिन्न जिलों में संगठनों ने भारत बंद की बात कही थी और भारत बंद को कामयाब बनाने के लिए पिछले दो दिन से सोशल मीडिया पर लगातार तरह तरह के पोस्ट और वीडियो मैसेज वायरल किए जा रहे थे। भारत बंद का आह्वान करने वाले लोगों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश एससी एसटी वर्ग को बांटने का प्रयास है। जिस तरह से भारत बंद का सोशल मीडिया पर प्रचार चल रहा था, उसको देखते हुए मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के प्रशासन ने भी तैयारी की थी। अभी 2 बजे तक बंद का कहां पर कितना रहा असर? कहा कोई छुटपुट घटनाएं कहां कराए गए बाजार बंद और कहां बंद का बिल्कुल नहीं रहा असर आइए जानते हैं…
सबसे पहले हम बात करते हैं मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर क्योंकि बंद का सबसे बड़ा असर अर्थव्यवस्था पर ही पड़ता है। इंदौर में आज बंद के दौरान हालात बिल्कुल सामान्य नजर आए। यहाँ के सभी शैक्षिक संस्थान स्कूल कॉलेज आम दिन की तरह ही सामान्य रूप से संचालित हुए। विभिन्न निजी संस्थान भी सामान्य रूप से खुले नजर आए। इंदौर शहर के ज्यादातर बाजार भी दिन भर खुले रहे और वहां पर सामान्य जनजीवन दिखाई दिया।
बात मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर की करें तो यहां प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से धरना देते नजर आए। आपको बता दें कि भारत बंद का ऐलान देखते हुए जबलपुर प्रशासन और पुलिस ने आपातकालीन बैठक बुलाई थी इस बैठक में विभिन्न संगठनों के मुखियों को बुलाकर पहले ही सख्त हिदायत। दे दी गई थी कि किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संगठनों द्वारा किसी भी तरह की हुड़गंध न फैलाने के आश्वासन पर इन्हें मालवीय चौक पर प्रदर्शन की अनुमति दी गई थी। पूरे जबलपुर में कहीं भी जवरन नहीं दुकानें बंद कराने या हिंसा की किसी भी तरह की घटना सामने नहीं आई।
उज्जैन में बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों और दुकानदार। मैं झड़प की सूचना है। उज्जैन के टावर चौक इलाके में दुकानें खुली हुई थीं और प्रदर्शनकारियों ने इन्हें जबरन बंद कराने का प्रयास किया जिसका दुकानदारों ने विरोध किया और इस विरावट के चलते दोनों पक्षों में जमकर बाद विवाद हुआ। इसी तरह के हालात डिंडोरी में भी देखने को मिले जहाँ जबरन दुकानें बंद कराने पर प्रदर्शनकारियों और दुकानदारों में मुंह वाद हुआ। गुना में भी बसपा का बैनर लिए प्रदर्शनकारियों ने दुकानदारों से बदतमीजी करी तथा दुकानों को जबरन बंद कराया। पांडुरणा और मंडला में बाजार बंद दिखाई दिए। शाजापुर में बंद का असर देखने को मिला भारी पुलिस बल।की तैनाती के बीच प्रदर्शनकारी जुलूस निकालते दिखाई दिए।
प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी बंद पूरी तरह से बेअसर नजर आया न। केवल सभी शासकीय बल्कि निजी शिक्षण संस्थान भी आम दिन की तरह खुले रहे जहां छात्रों की उपस्थिति भी सामान्य रही। भोपाल में आज भाजपा की बड़ी बैठक का आयोजन भी है। और भोपाल जिला प्रशासन और पुलिस ने सभी क्षेत्रों में लगातार गश्त कर निगरानी बनाई हुई है। भोपाल के ज्यादातर इलाकों में अधिकांश मार्केट खुले हुए हैं। पुराने भोपाल में संवेदनशील क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया है।
ग्वालियर में भी अभी तक किसी तरह के किसी विवाद की सूचना नहीं है। बंद को देखते हुए यहां भी जिला प्रशासन ने आकस्मिक बैठक लेकर हुड़दंगियों से निपटने के लिए पूरे इंतजाम कर रखे थे। धारा एक सौ चौवलीस लगा दी गई , चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात रही। कुछ क्षेत्रों में बाज़ार खुले रहे तो कुछ क्षेत्रों में बाजार बंद भी दिखाई दिए। एक ओर जहां सरकारी स्कूल खुले वहीं निजी स्कूल संचालकों ने अपनी शिक्षा से स्कूल बंद कर दिए। दो अप्रैल की घटना से सबक लेकर ग्वालियर प्रशासन पूरी तरह से सचेत हैं और हर छोटी बड़ी घटना पर नजर बनाए हुए हैं। जिला प्रशासन का सख्त आदेश था कि यदि जबरन दुकान बंद कराते प्रदर्शनकारी नजर आए तो उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।इसे देखते हुए प्रदर्शनकारी शांति से निकलते नजर आए।
जिला सतना और जिला मैयर में भारत बंद का। कोई असर देखने को नहीं मिला भारत बंद के ऐलान। के दौरान शहर के पूरे मुख्य बाजार खुले रहे।बाजार में आम दिनों के तरह ही जनजीवन दिखाई दिया। मैय्यर में ना तो स्कूल कॉलेज बंद किए गए और न। ा ही निजी दुकानें और साथ ही पब्लिक। ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था भी आम दिनों की तरह ही सुचारू।रूप से चलती रही। जिला मुख्यालय के साथ साथ आसपास के कस्बों में भी बंद का।कोई खास असर देखने को नहीं मिला।
रीवा में भी बंद के आह्वान को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है। पूरे शहर में अभी तक सभी जगह जनजीवन सामान्य है पूरी तरह शांति बहाल है। शहर में सभी शिक्षण संस्थान आम दिन की तरह खुले हुए हैं। शहर के बाजारों में भी बंद का किसी तरह का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। बंद के आह्वान के दौरान रीवा शहर में जनजीवन पूरी तरह सामान्य है।
चम्बल क्षेत्र के भिंड और मुरैना जिले में बंद के दौरान अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। जगह जगह पर पुलिस ऐतिहात गश्त लगा रही है। सभी शिक्षण संस्थान खुले हुए हैं।बाजार में भी आम दिन की तरह रौनक देखने को मिल रही है। सिवनी मालवा राजगढ मैं भी बंद का।कोई असर दिखाई नहीं दिया। खंडवा खरगोन जिलों में भी बंद के दौरान जनजीवन सामान्य दिखाई दिया। खरगोन में शिव डोले की सुरक्षा में एक हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।
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