श्रीराम कॉलोनी मोती झील ग्वालियर के रहवासियों का जीवन इस समय संकट में है। यहाँ रहने वाले दो सौ परिवारों के लगभग एक हजार लोग इस समय डर के साए में जी रहे हैं और वह अपनी गुहार तमाम जगह से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक लगा चुके हैं लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं है। मामला यह है कि कॉलोनी के नजदीक से निकलने वाली हाई टेंशन लाइन के खंभे गिरने की कगार पर हैं और यदि यह खंभे गिरते हैं तो पूरे क्षेत्र में हाई वोल्टेज करंट फैल जाएगा जो किसी बड़ी घटना का कारण बन सकता है।
पहले आप यह समझें कि यह खंभे गिरने की कगार पर क्यों है? जब कॉलोनी के रहवासियों की शिकायत पर ग्राउंड रियलिटी चेक की गई तो वहां जाकर पता चला, यह खंभे मुरम के पहाड के ऊपर लगे हुए हैं और इन पहाडों को चारों तरफ से खनन माफियाओं द्वारा अवैध रूप से काटा गया है। अब बारिश के समय पर खंभों के आसपास की और मुरम भी निकल जाने से ये खंभे गिरने की कगार पर हैं। साफ है कि यदि आगे कोई बड़ा हादसा करता है तो उसका कारण कहीं न कहीं यह अवैध खनन भी है, जिसने खंभों के चारों ओर से पूरी मुरम हटा दी जिससे खंभों की नींव कमजोर हो गई और अब वह अध पर लटके हुए हैं।
हाई टेंशन लाइन खंभा इस तरह गिरने की कगार पर है
आपको बता दें कि यह को फ़ोन करो ग्वालियर मध्य प्रदेश में मोती झील की वही पहाड़ी है जिसके बारे में हमने कुछ समय पूर्व भी खबर प्रसारित कर प्रशासन को चेताया था कि इस पहाडी को चारों तरफ से काटकर अवैध पत्थर और मुरम का खनन तो किया ही जा रहा है और साथ ही जमीन को समतल कर भू माफिया अवैध कालोनी भी बसा रहे हैं। लेकिन उस खबर के बाद भी प्रशासन कुंभकर्णीय नींद में लीन है और किसी बडे हादसे के इंतजार में है। वर्तमान स्थिति में तो इस अवैध मुरम खुदाई से केवल दो खंभों की नींव ही कमजोर हुई है और वह खतरे की स्थिति में है लेकिन इस पूरी पहाड़ी के ऊपर और भी खंभे लगे हुए हैं है और जिस तरीके से यहां पर अवैध उत्खनन हो रहा है। उससे और भी खंभे गिरने की स्थिति में आ सकते हैं।
यहाँ बड़ा सवाल यह है जब प्रशासन को इस पहाड़ी पर चारों तरफ से किए जा रहे अवैध उत्खनन की जानकारी है तो प्रशासन द्वारा इन अवैध खनन माफिया करने वालों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई और अभी भी चल रहे खनन को क्यों नहीं रोका जा रहा और अब इस खनन की वजह से जो हाई टेंशन लाइन के खंभे गिरने की स्थिति में है, उनके लिए किसे दोषी माना जाएगा? हालाँकि रहवासियों ने संबंधित बिजली विभाग को लिखित में शिकायत की है और इस शिकायत पर बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा मौका मुआयना भी किया गया है। लेकिन अभी तक इन खंभों को गिरने से रोकने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
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कॉलोनी के रहवासियों का कहना है की इस पहाड़ी पर अवैध खनन लगातार होता रहता है। पहाड़ी के ऊपर कई भारी वाहन भी चलते हैं और ब्लास्टिंग करके भी खनन किया जाता है। ब्लास्टिंग से संबंधित भी शिकायतें की गई हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पहाड़ी पर होने वाले। अवैध खनन के कारण ही या खंभे की जड़ें कमजोर हो गई हैं और खंभे गिरने की कगार पर हैं। कॉलोनी के रहवासी इस स्थिति को देखकर काफी डरे हुए हैं और किसी बड़ी घटना की आशंका जाहिर कर रहे हैं में है।
यदि इन खंभों के गिरने से कोई हादसा होता है तो उसकी वजह यह अवैध उत्खनन भी है जिसकी वजह से ये खंभे लटके हुए हैं है और प्रशाशन को इन अवैध उत्खनन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करना चाहिए जिससे है आगे ये उत्खनन और अधिक न हो सके और बाकी के खंभे भी सुरक्षित स्थिति में रहे। साथ ही इस पूरा पहाड़ी को भी बचाया जा सके। लेकिन प्रशासन को यह अवैध खनन क्यों नहीं दिखाई दे रहा? प्रशासन इन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा? प्रशासन इन खनन माफियाओं पर क्यों मेहरबान है? यह भी एक बड़ा सवाल है।