कई शहरों के तापमान में इस बार अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई ग्वालियर में भी गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। तापमान बढ़ने की वजह है पेड़ों की अनाधुन कटाई और पर्यावरण को नुकसान और यदि आगे मौसम चक्र को सही रखना है और आने वाली पीढ़ी को कुछ अच्छा देखे जाना है बढ़ते तापमान को रोकना है तो शहर में जिन स्पोर्ट पर भी कहीं। ग्रीन पैचेस हैं हरी भरी पहाड़ हो छोटी छोटी इन क्षेत्रों उन्हें बचाया जाना बहुत जरूरी है। ऐसा ही एक क्षेत्र है ग्वालियर में मोती झील
मोती झील जहां से पूरे शहर को पानी सप्लाई होता है वहीं की पहाड़ी एक छोटे से जंगल के रूप में दिखाई देती है। लोग बताते हैं के पहले यह पहाड़ी काफी हरी भिरी और आकर्षक होती थी लेकिन अब इस पर भू माफियाओं की। नजर पड़ चुकी है और चारों तरफ से यह पहाड़ी है धीरे धीरे नष्ट हो रही है जिस तरफ से मुरम पत्थर मिट्टी लोगों को जो मिल रहा है वह खोदते जा रहे और खोदने के बाद समतल हुई। जमीन पर लॉटिंग करके कॉलोनी बसा रहे है। आप देखेंगे कि चारों तरफ से। इस पहाड़ी को फ्लॉटिंग टिड्डी दल की तरह घेरती जा रही है लेकिन अभी भी यह बहुत बड़ी पहाड़ी ऐसी स्थिति में है कि इसे बचाया जा सकता है। यदि इस पहाड़ी को सिटी फॉरेस्ट के रूप में डेवलप किया जाता है तो आने वाली पीढ़ी को ये बढ़ती गर्मी से सुकून मिलने की संभावना है।
इस पहाड़ी पर फॉरेस्ट बनाना उतना मुश्किल भी नहीं क्योंकि ज्यादातर पहाड़ी एरिया अभी भी मूल प्राकृतिक जंगल के स्वरूप में ही है। इस क्षेत्र में नील गाय खरगोश और कई जीव जंतु पक्षी देखे जाते हैं। यहाँ पौधरोपण कर इस पूरे पहाड़ी को हरा भरा बनाने का प्रयास हमारे प्रशासन और पर्यावरण प्रेमियों को करना ही चाहिए। यदि इस पहाड़ी को नहीं बचाया गया तो भू माफिया इस पूरी पहाड़ी को समतल करके पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचाएंगे। जिसका खामियाजा हमारी आने वाली पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा। यहां से प्रतिदिन कई ट्रॉली डंपर मुरम और सफ़ेद पत्थर खोदकर निकाला जा रहा है। प्रशासन को इस अवैध खनन को तुरंत रोकना चाहिए।
सुनिए क्या कहते हैं पर्यावरण प्रेमी इस खूबसूरत पहाड़ी को बचाने के लिए