नीट परीक्षा कांड की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। पूरे देश में जगह जगह नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी के विरोध में छात्र सड़कों पर हैं। ग्वालियर में भी शनिवार को छात्र संगठन एबीवीपी सड़कों पर उतरा और नीट रद्द करने और दोषियों पर कार्यवाही की मांग की। हालांकि एबीवीपी RSS का अनुश्रंगिक संगठन है लेकिन छात्रहित में भाजपा सरकार के विरोध में मुखर होकर नीट में हुए भ्रष्टाचार k विरोध में खुल कर सामने आया है।
देशभर के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में दाखिला लेने के लिए आयोजित होने वाली नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जामिनेशन नीट का आयोजन हर साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा कराया जाता है लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस बार आयोजित नीट में ऐसी लीपापोती की है कि इसमें हुई खामियां परीक्षा देने वाले छात्र तो क्या आम लोगों के भी गले नहीं उतर रही। इस परीक्षा की विरोध में सबसे पहले बिहार में छात्रों ने प्रदर्शन शुरू किया लेकिन उसे समय तक एनडीए इस परीक्षा को पाक साफ बताता रहा लेकिन धीरे-धीरे छात्रों का यह विरोध देश भर में फैल गया और अब ग्वालियर में भी लगातार इस परीक्षा में हुए गड़बड़ को लेकर छात्र संगठन मैदान में हैं।
आरएसएस के अनुषांगिक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों में भी आक्रोश है और वह भी इस परीक्षा में सीबीआई जांच के साथ दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। हिमांशु श्रोती, महामंत्री एवीबीपी ने अपनी ही सरकार को घेरते हुए यह तक कहा कि छात्र डिप्रेशन में रहेगा तो विकसित भारत का संकल्प कैसे पूरा होगा। उनका साफ कहना है कि इसकी स्तंत्रत जांच तो हो ही साथ ही चाहे केंद्रीय मंत्री हो या NTA का कोई व्यक्ति यदि दोषी हो तो उस पर कार्यवाही हो।
सुने क्या कुछ कहा एबीवीपी के पदाधिकारी छात्रों ने