डिजिटल डेस्क, खरगोन मध्य प्रदेश: कर्ज की मजबूरी के कारण यह चोरी कर रहा हूं, आपके मोहल्ले का ही निवासी हूं। ढाई लाख रुपये की जरूरत है, इसलिए उतने ही ले जा रहा हूं। हां, छह महीने में वापस लौटा दूंगा। आपके ही मोहल्ले का हूं। यह चौंकाने वाली इबारत उस चोर की है जो चोरी तो कर ही रहा है लेकिन साथ ही साफ गोई से चोरी के पीछे की अपनी मजबूरी भी बता रहा है। चोरी की रकम लौटाने का वादा भी कर रहा है।
खरगोन में रविवार रात को जमींदार मोहल्ले में कोल्ड ड्रिंक सप्लाई करने वाली रायल फूड दुकान में चोरी हो गई। काउंटर से ढाई लाख रुपये गायब था। लेकिन। इसके साथ ही चिट्टी मिली है। चोर ने व्यापारी से चोरी के लिए माफी मांगी है। अगले छह महीने में रुपये लौटाने का वादा भी किया। यह कमाल का चोर बड़ा ही दिलचस्प नजर आ रहा है क्योंकि जिस तरह की इबारत इसने चिट्ठी में लिखी है। वह कहीं न कहीं उसकी मजबूरी। और ईमानदारी दोनों को परिलक्षित कर रही है।

अज्ञात चोर ने दुकान में पत्र छोड़ा है। इसमें उसने दुकान मालिक से इसके लिए माफी मांगी। चिट्ठी में उसने लिखा कि मुझे पैसों की सख्त जरूरत है। मुझ पर बहुत कर्जा है। मैं आपके पैसे वापस लौटा दूंगा, लेकिन मुझे थोड़ा समय लगेगा। मैंने पैसे नहीं चुकाए तो मुझे जेल हो जाएगी, इसलिए में रात में आपकी दुकान की पीछे वाली शटर के ऊपर से आके पैसे ले रहा हूं। मैंने उतने ही पैसे लिए हैं, जितना कर्जा चुकाना है। बाकी किसी भी सामान को कुछ नहीं करूंगा।
मै छह महीने में आपके पैसे लौटा दूंगा। मैं सामने भी आ जाऊंगा। मैं आपसे और आपके बेटे दोनों से हाथ जोड़ के माफी मांगता हूं। मैं रामनवमीं के दिन चोरी कर रहा हूं। मेरा चोरी का इरादा नहीं था, लेकिन मैं बहुत मजबूर हूं। आप चाहो तो छह महीने बाद मुझे पुलिस में दे देना, लेकिन अभी मेरा पैसे चुराना बहुत जरूरी है। मैंने आपको सारी बातें सच-सच बता दीं। अभी मैं सामने नहीं आ पाऊंगा। आप मुझे अच्छे से जानते भी हो। जब मैं आपके पैसे आपको वापस दूंगा, तब आप मुझे सजा दे देना। छह महीने बाद पुलिस में दे देना।

लेकिन चोरी के बाद घटना स्थल से मिली इस चिट्ठी और इस चिट्ठी में लिखी हुई बातों को पढ़कर पुलिस भी हैरान हैं। पुलिस भी मानती है ऐसा कोई मामला उन्होंने नहीं देखा।पुलिस का कहना है कि इतनी चोरियां हुई हैॆ। क्योंकि आरोपी गिरफ्तार किए हैं, लेकिन इस तरह की चिट्टी पहली बार मिली है। इस चिट्ठी के माध्यम से चोर बकायदा ईमानदारी से रुपये लौटाने की बात कह रहा है।