रतलाम मध्यप्रदेश: रतलाम जिले के बाजना में सड़क दुर्घटना के बाद क्षेत्र की जनता में आक्रोश इस कदर बढ़ा के आक्रोश ने उग्ररूप ले लिया। भीड़ इतनी ज्यादा आक्रोशित हो गई कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ने पडे। और लाठीचार्ज तक करना पडा। बाजना क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है, जबकि व्यापारियों ने घटना के विरोध में रविवार को बाजना बाजार बंद रखा। जिले में पुलिस और प्रशासन शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
20 दिसंबर की रात ग्राम छावनी झोड़िया में बाइक और बस की टक्कर में कमल अमलीयार (27) और दीपक खराड़ी (25) की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया। शिवगढ़ पुलिस ने बस को जब्त कर शवों को मेडिकल कॉलेज भेजा। 21 दिसंबर को मृतकों के स्वजन और ग्रामीणों ने बाजना के बस स्टैंड पर शव रखकर प्रदर्शन किया। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा, तत्काल एक-एक लाख की आर्थिक सहायता और बस चालक की गिरफ्तारी की मांग की।
लगातार मांग की जाने के बाद भी प्रशासन के ढुलमुल रवैये को देखते हुए भीड़ का आक्रोश बढ़ता गया। मांगें पूरी न होने पर प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने बाजना थाने पहुंचकर घेराव कर धरना दिया। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया, जिसमें एसडीओपी नीलम बघेल, महिला थाना प्रभारी पार्वती गौड़, गेंदलाल मकवाना, शुभम प्रजापत समेत 12 पुलिसकर्मी घायल हुए। हालात को संभालने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया। पुलिस ने 9 आरोपितों को हिरासत में लिया। बाजना में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।