साइबर ठगों के हौंसले इतने बुलंद हैं या कहें कि हमारे देश की कानून व्यवस्था इतनी लचर है कि क्या खास और क्या आम हर कोई साइबर ठगों के निशाने पर है यदि हम कहें की एक रिटायर्ड डीएसपी को भी साइबर ठगों ने ₹80000 से ठग लिया? तो आपको हैरानी होगी लेकिन जी हां यह हकीकत है और यह घटना हुई है मप्रदेश के ग्वालियर जिले में जहां पर रिटायर्ड करो डीएसपी जीपी शाक्य को उनके भतीजे है को गैंगरेप के मामले में पकड़ने की बात कहकर ठग लिया गया।
हुआ यूं की ग्वालियर के पिछोर क्षेत्र में पहाड़ सिंह शाक के रहते हैं जो किसान है और पहाड़ सिंह शाक के भाई हैं जी पिशाक के जो मध्यप्रदेश के कई अलग-अलग जिलों में बीएसपी के तौर पर पदस्थ रहे हैं वर्तमान में सेवानिवृत्त है पहाड़ सिंह का बेटा है राजूशाह के जो। सिंगरौली में पावर प्लांट में। सुपरवाइजर के पद पर काम करता है करो पहाड सिंह के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से व्हाट्सऐप पर कॉल आता है। कॉल करने वाले ने खुद को सिंगरौली में टीआई बताते हुए राजू शाह के और उनके 3 साथियों को गैंग रेप के मामले में गिरफ्तार करने की बात कही करो है उन्होंने? उसने कहा कि इन चारों ने जिस लडकी का गैंगरेप किया है उसकी हालत गंभीर है और अगर यदि अपने बेटे को बचाना चाहते हो तो 80 हजार दे दो और जब करो बात कराने की बात आई तो टीआई बने ठग ने किसी लड़के से रोते हुए। पहाड़ सिंह और जीपी शाह से बात करा दी रोती हुई आवाज़ सुनकर ये लोग डर गए और तुरंत ही उस ठग के खाते में ₹80000 टाल दिए करो। इसके बाद ठग ने दोबारा से इन्हें फ़ोन किया और कहा कि बेटे को तो छोड़ दिया है लेकिन यदि एफआईआर से नाम हटवाना है। तो उसके ₹3 लाख लगेंगे। जब पहाड़ सिंह ने ज्यादा पूछताछ की तो ठग ने गुस्से में जवाब दिया के कराना है तो बोलो जब पहाड़ सिंह जीपी शाह के को करो शक हुआ। दोनों ने अपने बेटे से फ़ोन पर बात की तो बेटे ने कहा कि वह तो कंपनी में। काम कर रहा है। उसे किसी ने गिरफ्तार नहीं किया में यह सुनकर यह लोग तुरन्त को फ़ोन करो एसपी ऑफिस पहुंचे और ठगी का मामला दर्ज कराया।
यह घटना बताती है कि ठग इतने शातिर होते हैं और वो किसी पढ़े लिखे और अधिकारी वर्ग के व्यक्ति को भी बातों में ले लेते हैं। यदि आपको साइबर ठगी के इस तरह के मामलों से बचना है तो आपको केवल एक बात का ध्यान रखना होगा कि इन साइबर ठकों के पास जो सबसे बडा हथियार है जिसके माध्यम से यह आपको ठगते हैं वह है आपका डर। है। तो जैसे ही आपके पास इस तरह का कोई फ़ोन कॉल आता है तो आपको डरना नहीं है बल्कि समझदारी से क्वेश्चन करते हुए गहराई तक जाना है। इस मामले में भी यदि यह परिवार साइबर ठगों के फैलाए गए डर के जाल में न फंसते हुए पहले ही अपने बेटे को फ़ोन। कर लेते तो है हकीकत सामने आ जाती और यह परिवार ठगी से बच जाता।