किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि अंतरित करने के बाद अब केंद्र सरकार ने खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसमें अरहर का न्यूनतम समर्थन मूल्य सात हजार रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर सात हजार 550 रुपये प्रति क्विंटल किया है यानी 550 रुपये की वृद्धि की गई है। इसी तरह प्रति क्विंटल सामान्य धान का समर्थन मूल्य 2,183 के स्थान पर 2,300 रुपये मिलेगा। इस निर्णय से किसानों को उपज के न्यूनतम मूल्य की गारंटी मिलेगी। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस निर्णय से किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य मिलेगा। शिवराज सिंह चौहान के कृष मंत्री बनने के बाद किसानों के बीच में जिस तरह की चर्चा थी शिवराज सिंह चौहान उसे हकीकत में बदलते दिखाई दे रहे हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी। प्रदेश में खरीफ फसलों में सोयाबीन, धान, अरहर, मक्का, मूंग और कपास की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। बोवनी की तैयारियां चल रही है। केंद्र सरकार द्वारा 14 खरीफ की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि का निर्णय लिया गया है। इससे प्रदेश के किसानों को लाभ होगा।
इन फसलों की एमएसपी बढ़ी
मालवा निमाड़ अंचल में कपास की खेती अधिक होती है। इसका समर्थन मूल्य 501 रुपये बढ़ाया है। सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4,600 की जगह 4,892 रुपये हाेगा यानी प्रति क्विंटल कम से कम 292 रुपये अधिक मिलेंगे। मूंगफली पर 406, सूरजमुखी का बीज 520, राई 983, तिल 632, उड़द 450, मूंग 124, मक्का 135, रागी 444, ज्वार पर 191 से 196 रुपये समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने खरीफ सीजन 2024-25 के लिए 14 खरीफ फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। सबसे महत्वपूर्ण वृद्धि तिलहन और दालों के लिए की गई है। इस निर्णय। से किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य मिल सकेगा।