ग्वालियर मध्य प्रदेश: पर्यटकों के साथ विला बुकिंग के नाम से फर्जीवाड़े का एक हैरतअगेज मामला सामने आया है। मामला तब खुला चंडीगढ़ के एक जागरुक शिकायत ने ऑनलाइन गुला बुकिंग के बाद खुद को ठगे जाने पर इसकी शिकायत की। शिकायत पुख्ता पाए जाने पर जब जांच की गई तो पूरे मामले का खुलासा हुआ और यह भी निकलकर आया कि यह गैंग। अब तक 500 से अधिक पर्यटकों को ठग चुका है। इस मामले के तमाम आरोपी अलग अलग शहरों उसे अपना नेटवर्क फैलाते हैं। स्थि के कारोबार के लिए इन्होंने बुकिंग डॉट कॉम जैसी बड़ी वेबसाइट का सहारा लिया और उसी के माध्यम से पर्यटकों के संपर्क में और उनको ठगने का यह फर्जीवाड़ा शुरू किया।
जानकारी के मुताबिक इस मामले में पकड़े गए 3 आरोपियों में दो हैदराबाद और एक जयपुर का रहने वाला है। इसके अलावा एक अन्य आरोपी ग्वालियर मध्यप्रदेश का निवासी है जिसे गोवा और ग्वालियर की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर सोमवार को डीडी नगर इलाके से पकड़ा है। इस आरोपी को गोवा पुलिस की टीम अपने साथ ले गई है। पुलिस जाँच में देवेश परिहार पुत्र स्वर्गीय मनोज सिंह परिवार 19 वर्ष। निवासी टीकाराम चक्की। के पास जमाजी की खो ग्वालियर के रूप में इस आरोपी की पहचान हुई थी और जब गोवा पुलिस ग्वालियर पहुंची तो गालियां पुलिस ने गोवा पुलिस के साथ इस आरोपी को। डीडी नगर से रंगे हाथों पकड़ लिया।
इन ठगों ने बुकिंग डॉट कॉम जो एक प्रतिष्ठित पोर्टल है। जिसके माध्यम से लोग जगह-जगह पैर। बड़े होटल के रूम और मिला बुक कराते हैं।ऐसी वेबसाइट का सहारा लिया था। यह लोग इस वेबसाइट पर अलग-अलग बिला के फोटो डालकर पर्यटकों को लुभाते थे।। अच्छे विलाबी कम कीमत पर दिखाते थे जिससे पर्यटक इनको बुकिंग अमाउंट दे। देते थे। लेकिन जब पर्यटक मौके पर पहुंचते थे तो उन्हें वहां पर कोई विला नहीं मिलता था। इस मामले में बुकिंग डॉट कॉम की कमी यह रही कि इन्होंने अपने प्रोवाइडर्स की। वेरिफिकेशन नहीं ली और क्या वह वास्तव में सही प्रॉपर्टी के लिए ग्राहकों को फोटो डाल कर। बुकिंग ले रहे हैं। इस बात को भी। शायद क्रॉस चेक नहीं किया और इन ठगों ने बुकिंग डॉट कॉम की इस कमी का फायदा उठाया।
अन्य तमाम पर्यटकों की तरह ही चंडीगढ़ निवासी पंकज धीमान। ने गुआ के लिए इसी तरह से बिला बुक कराया था। जब उन्होंने बुकिंग डॉट कॉम पर। ऑनलाइन बुकिंग की तो इसकी आवाज़ में 20 हजार रुपये का एडवांस पेमेंट भी किया और जब वह घूमने गए तो वहां पर बताई गई लोकेशन पर। उन्हें कोई विला नहीं मिला। और न ही उस नाम का कोई होटल था। तब उनको अहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हो चुकी है और उन्होंने गोवा के अंजुना पुलिस स्टेशन पहुँच कर इस मामले की शिक़ायत की। और जब पुलिस ने बुकिंग डॉट कॉम पर डाली गई उन फोटो के आधार पर पूरी पड़ताल की। तो जांच में यह पता चला कि यह ठग गैंग अब तक पाँच सौ से अधिक पर्यटकों को इस तरह ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर ठग चुका था।
इस तरह से ऑनलाइन होटल बुकिंग वेबसाइट पर फर्ज़ी फोटो डालकर एडवांस लेकर पर्यटकों के साथ ठगी का संभवतः यह पहला मामला है। ऐसे तमाम मामलों में कई बार लगे हुए लोग छोटी-सी रकम के लिए। शिकायत नहीं करते हैं और इसी बात का फायदा ठग उठाते हैं। लेकिन इस मामले में पंकज धीमान की जागरूकता के चलते यह बड़ा खुलासा हुआ है। इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे ही तमाम ऑनलाइन बुकिंग की वेबसाइट पर इस तरह के फर्जी प्रोवाइडर भी अपना। प्रोडक्ट डालकर बुकिंग करा रहे हूँ।। इससे बचने के लिए इस तरह की बुकिंग वेबसाइट को पूरी तरह से वेरिफिकेशन के बाद ही प्रोवाइडर को अपना प्लेटफार्म प्रयोग करने की अनुमति देनी चाहिए।