नई दिल्ली: भारत, नेपाल, तिब्बत और बांग्लादेश में मंगलवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों से निकलकर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, नेपाल और भारत के सिक्किम की सीमा के पास चीन के कंट्रोल वाले तिब्बत क्षेत्र में सुबह 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। आज सुबह भूकंप के झटके भारत तक महसूस किए गए हैं. बिहार, असम और पश्चिम बंगाल समेत देश के कई हिस्सों में तेज झटके महसूस किए गए।

तिब्बत की धरती आज भयानक भूकंप (Tibet Earthquake) से दहल गई है. इस भूकंप में बड़ा नुकसान तिब्बत को उठाना पड़ा है। भूकंप का केंद्र नेपाल के लोबुचे से करीब 91 किमी दूर था. भूकंप के झटके भूटान और बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए. भूकंप से मची भारी तबाही की पहली तस्वीरें सामने गई हैं. चीन की सरकारी मीडिया ने कहा कि भूकंप के कारण तिब्बत में अब तक कम से कम 53 लोगों की मौत हो चुकी है और 60 से ज्यादा घायल हैं.
तिब्बत में थोड़ी-थोड़ी देर में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सुबह स्थानीय समयानुसार करीब 7:00 बजे दक्षिण-पश्चिम चीन के शिजांग इलाके में 4.7 तीव्रता का भूकंप आया. इसके बाद भी कई बार झटके महसूस किए गए।

जानकारी के मुताबिक भूकंप का केंद्र 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर पर था. चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया है. नेपाल उस क्षेत्र में बसा है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट टकराती हैं, जिससे हिमालय बनता है और अक्सर भूकंप आते रहते हैं. साल 2015 में नेपाल में आए 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें करीब 9,000 लोग मारे गए थे और 22,000 से ज़्यादा लोग घायल हो गए थे. इसमें पांच लाख से ज्यादा घर तबाह हो गए थे।