ग्वालियर, मध्य प्रदेश: दलित संगठन से जुड़े कुछ लोगों ने देर रात एसपी के बंगले के सामने धरना दिया । उन्होंने पुलिस के एक आरक्षक पर अम्बेडकर स्मारक पर चल रहे आयोजन समारोह में पहुंचकर व्यवधान पैदा का आरोप लगाया है और नाराज होकर एसपी के बंगले पर पहुंचकर धरने पर बैठ गए और आरक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे। दलित संगठन के लोगों और पुलिस से हुए विवाद का वीडियो भी सामने आया है। फिलहाल पुलिस अधिकारी पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं।दरअसल ग्वालियर में भीमराव अंबेडकर स्मारक हुरावली द्वारा डॉ आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर 6 से 12 दिसम्बर तक आयोजन रखा गया । 8 दिसम्बर को उसका समापन कार्यक्रम चल रहा था जिसमे गौतम वुद्ध की गाथाओं का वाचन और सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था ।
आरोप है कि उसी समय रात 11 बजे सिरोल थाना का आरक्षक संतोष शर्मा वहां पहंचे और अचानक माइक बन्द कर दिया और उनके द्वारा जाति सूचक अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया इसका वहां मौजूद लोगों द्वारा विरोध किया गया । उन्होंने इसकी सूचना फोन पर थाना प्रभारी को दी । थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने आरक्षक के खिलाफ एफआईआर का आश्वासन दिया इसके बाद सैकड़ो लोग जब सिरोल थाना पहुंचे तो वहां एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया। नाराज लोग रात को ही पैदल मार्च निकालकर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर यादव के गांधी रोड स्थित बंगले पर पहुंच गए रात्रि 1:00 से सुबह 5:30 तक सबने धरना दिया. डीएसपी हेडक्वार्टर अशोक जादौन का कहना है कि आयोजन में देर रात 12 बजे लाऊड स्पीकर बजाने की शिकायत मिलने पर आरक्षक वहां गया था लेकिन आयोजक विवाद करने लगे और फिर एसपी बंगले पर आकर बैठ गए। उन्हें बातचीत करके हटाया गया । इस मामले की जांच सीएसपी को सौंपी गई है।
अशोक जादौन,सीएसपी, ग्वालियर क्या कहना है पूरे मामले में आइए सुनते हैं..