ग्वालियर मध्य प्रदेश: जिस्म फ़रोशी सट्टा और नशा शहर के तमाम क्षेत्रों में हो रहा है। लेकिन यही सब संगीन अपराधों गड़ ग्वालियर का पोस्ट एरिया सिटी सेंटर बन चुका है। सिटी सेंटर जहां ग्वालियर एसपी ऑफिस भी है। हाल ही में सिटी सेंटर के मेहगांव क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा गेमिंग हब ऑनलाइन सट्टा पकड़ने में पुलिस ने कामयाबी हासिल की है। सट्टा इतना बड़ा है। पैसों का इतना लेन देन था। की वहाँ नोट गिनने की मशीन भी लगी हुई थी। और छह करोड़ रुपए का हिसाब यह सट्टा कारोबार में मिला है। यह सट्टा जिस जगह पर चल रहा था वह विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में आता है यह सट्टा जिस सिटी सेन्टर में संचालित है था। वहीं पर। एसपी ऑफिस भी है। यह पहला मामला नहीं है जब एसपी ऑफिस के एक या दो किलोमीटर की सर्किल में कोई बड़ा अवैध कारोबार पकड़ा गया हो। पहले भी ऐसे। जिस्म पड़ोसी सट्टा। के अवैध धंधे इस क्षेत्र में पकड़े जा चुके हैं। अब इतना बड़ा सट्टा पकड़ा जाना। यह सवाल खड़े करता है कि पूरे शहर में अपराधों अंकुश लगाने की बात करने वाली पुलिस। एसपी ऑफिस के दो किलोमीटर की सर्कल को ही अपराध मुक्त करने में पूरी तरह फैल हुई है।
शहर के पौष एरिया सिटी सेन्टर के मेहर गाँव स्थित सरकारी मल्टी के फ्लैट में रात को पुलिस ने द। बिश दे कर एक सट्टे के अड्डे का खुलासा किया इस सट्टे। का सरगना मात्र 24 साल का युवा अमन शर्मा है जो ठेका टी के नाम से कैफे हाउस का संचालन भी करता है। इस युवा में पैसा कमाने की भूख थी और जब इसने देखा कॉफी शॉप से उतना पैसा नहीं आ। पा रहा है जो इसकी भूख को शांत कर सके।। तो इसने एक साल पहले पांच लाख रुपए खर्च कर सट्टे।का कारोबार शुरू किया। सत्य का काम इसे इतना रास आया के।यह इसी काम में पूरी तरह लिप्त हो गया। जब इसका काम बढ़ा तो इसमें बेरोजगार युवाओं और छात्रों को भी अपने यहाँ। नौकरी पर रखना शुरू कर। दिया। जिन्हें यह हर महीने 10। से ₹15000 देता था। इस कारोबार के लिए इस सरकारी बिल्डिंग में अमन शर्मा ने 7 फ्लैट किराए पर ले रखे थे। जहां से इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन सट्टे का कारोबार चलता था।साथ ही लड़कों के रहने की व्यवस्था भी यहीं कर रखी थी। अमन शर्मा ख़ुद तो सट्टे का सर्ग न था ही। बेरोजगार युवाओं को भी सट्टे के दलदल में खेल रहा था।
इस सट्टे के मामले में सबसे चौंकाने वाला नाम है। इस सट्टे के ऐप का नाम श्री राम बुक एफ जिसके नाम से क्रिकेट पर सट्टा लगवाने के लिए। बाकायदा मोबाइल पर एक एप्लिकेशन तैयार किया गया था। देश के अन्य राज्यों से 14 बड़े बुकियों के जरिए लाइन से हजारों की संख्या में क्लायंट आईडी जोड़ रखी थीं। राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे इस सट्टा। कारोबार। का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि पिछले एक महीने में ही इस सट्टा हब के खातों में 6 करोड रुपये का हिसाब मिला है एक दिन में ही 20 लाख से ज्यादा की आय होती थी। दबिश के दौरान जिन 16 लोगों को गिरफ्तार किया है वहाँ फ्लैट से। इन। 16 लोगों के साथ ही 45 बैंक खातों की पासबुक 22 चैक बुक 100 तैंतीस डेबिट कार्ड सत्ताईस मोबाइल एक पिस्टल और जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। यह सब बताता है कि श्री राम के नाम से चलने वाले सट्टा कारोबारी के दोहरे रंग थे। बाहर यह सम्भवतः राम नाम जप कर अपनी सफेद पोश पहचान बनाए हुए था। और इन फ्लैट के अन्दर इसके सट्टे का काला कारनामा चल रहा था।
एसपी ऑफिस और विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में चलने वाले। इतने बड़े। सट्टा। कारोबार को अमन शर्मा साल भर बिना किसी रुकावट के चलाता रहा। लोगों को नौकरी पे रखता रहा। ग्वालियर के अलावा दतिया डबरा और झांसी तक के लोगों को सट्टा के दलदल में ढकेलता रहा। लेकिन इतने लंबे समय तक भी पुलिस को कारोबार की भनक तक नहीं लगी। सूत्रों की मानें तो अमन शर्मा के ही किसी गरीबी ने। नाराज हो कर। इस। कारोबार की सूचना पुलिस को दी थी जिस पर पुलिस ने तस्दीक के लिए। सीएसपी। नागेंद्र सिकरवार थाना प्रभारी अजय पवार के नेतृत्व में पूरी टीम गठित की और रात 11 बजे सरकारी मल्टी में वहां छापा मारा जहां सट्टे का कारोबार चल रहा था और यह कार्रवाई सुबह तक चलती रही। सिटी सेंटर क्षेत्र में एक बार फिर इतने बड़े अवैध कारोबार। के खुलासे ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वह सिटी सेंटर जहां एसपी ऑफिस भी है वह अपराध मुक्त हो पाएगा? क्योंकि लगातार सुर्खियां बन रही खबरें तो यही बता रही हैं के सिटी सेंटर अपराध सेंटर बन चुका है!
सुनी है क्या कहना है ग्वालियर एसपी धरमवीर सिंह का? श्रीराम बुक एप सट्टे के पकडे जाने के बाद