मुरैना, मध्य प्रदेश: रात लगभग 12.32 बजे के आसपास एक मकान में धमाका हुआ है। धमाके में 4 महिलाओं की मौत हो गयी और 5 घायलों को मुरैना के जिला अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है जहां प्राथमिक उपचार के ग्वालियर जेएएच के लिये रेफर कर दिया गया है। विस्फोट में शहर के टंच रोड स्थित राठौर कॉलोनी निवासी मुंशी राठौर के मकान में धमाका हुआ है। इसके नजदीकी बने 4 मकान धाराशायी हो गये। पटाखों अवैध भण्डारण के चलते मुरैना में एक माह में यह विस्फोट की तीसरी घटना है और इनमें से दो घटनाओं में तो मौत भी हो चुकी है। और मौत का कुल आंकड़ा छह पर पहुंच चुका है। बार बार हो रही घटनाओं से साफ समझा जा सकता है की बुरे ना? प्रशासन अवैध पटाखों के भंडारण को लेकर गंभीर नहीं है।
मुरैना के मुंशी राठौर के मकान में निवास कर रहे किरायेदार विस्फोट की जद में आये, इनमें बैजयंती कुशवाहा, उसकी शादीशुदा 45 वर्षीय बेटी विमला कुशवाह की मलबे में दबकर मौत हो गयी। विस्फोट का कारण मुंशी के पड़ोस में बना राकेश राठौर 55, का मकान भी ढहा गया और उनकी पत्नी विद्या राठौर 50, की भी विस्फोट में जान चली गयी। पड़ोस में रहने वाले वासुदेव राठौर की बहू पूजा राठौर की भी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी।
प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची जेसीबी मशीन की मदद से से रेस्क्यू में जुटी है। ऐसी आशंका जताई जा रही है। मकान में रखे पटाखों से धमाका हुआ है। हालांकि पुलिस अभी इस बारे में कहने से बच रही है। घटनास्थल पर पहुंचे एसपी समीर सौरभ ने बताया कि अभी जांच कर रहे है।
आपको बता दें कि मुरैना में अवैध पटाखों की फैक्ट्री और भंडारण का काम पिछले कई सालों से चल रहा है। और हर साल यह काम बढ़ता ही जा रहा है यह खुलासा तब हुआ था जब अक्टूबर 2022 में मुरैना जिले के जैतपुर रोड पर एक मकान में बड़ा धमाका हुआ था। और इसमें सात लोगों की मौत हो गई थी। उस समय भी यही बात सामने आई थी कि इस मकान में पटाखों की अवैध फैक्ट्री संचालित थी। तब से ऐसी कई छोटी बड़ी घटनाएं मुरैना जिले में हो चुकी है। इसी साल उन्नीस अक्तूबर को भी। मुरैना शहर के ही। दत्तपुरा क्षेत्र में एक मकान में विस्फोट हुआ था। जिसमें मकान धराशायी हो गया था और मकान में दबकर मां बेटी की मौत हो गई थी। इस तरह देखें तो मुरैना में लगातार अवैध पटाखों। के फैक्ट्री और भंडारण के मामलों में धमाकों की घटनाएं होती आई हैं और इस एक महीने में तो।तीन घटनाएं हो चुकी हैं। जो साफ दर्शाता है कि कहीं ना कहीं प्रशासन ये लचर रवैये के चलते लोग खुले आम पटाखों का अवैध व्यापार कर रहे हैं जो इन घटनाओं का कारण बन रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन आगे इन घटनाओं को रोकने में कामयाब हो पाता है कि नहीं?