इंदौर मध्य प्रदेश: आजकल साइबर ठग ठगी के नए नए रास्ते निकाल रहे हैं और उनका तरीका इतना ज्यादा फूलप्रूफ होता है कि इसमें अच्छे खासे पढ़े लिखे लोग भी फंस जाते हैं। ऐसा ही एक मामला इंदौर के पीथमपुर क्षेत्र से सामने आ रहा है जहां। एक निजी कंपनी के मैनेजर के साथ ऑनलाइन टास्क/ट्रेडिंग के नाम पर 59 लाख 94 हजार रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी हो गई। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि ठग मैनेजर को प्रत्येक टास्क को पूरा करने पर एक नया टास्क देते थे। इसके बाद मिलने वाले अमाउंट में बड़ा प्रॉफिट देने का वादा करते थे। ठगों ने मैनेजर को झूठे विश्वास में लेकर ज्यादा प्रॉफिट देने के नाम से लाखों रुपए ले लिए। वे मैनेजर को टेलीग्राम पर लगातार फर्जी प्रॉफिट्स के स्क्रीनशॉट दिखाते थे। मैनेजर ने लालच में आकर उन्हें बड़ी राशि दे दी और फिर प्रॉफिट नहीं आया तो मैनेजर को पता चला कि वह ठगा गया है। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि फरियादी मैनेजर की शिकायत के आधार पर क्राइम ब्रांच में अपराध धारा 318(4), 3(5)BNS का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। प्रकरण में आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच टीम तकनीकी रूप से प्रयास कर रही है।
मैनेजर ने बताया कि मुझे अज्ञात मोबाइल नंबर से एक व्हाट्सएप संदेश मिला, जिसमें लड़की ने अपना नाम सौम्या प्रकाश बताया। सौम्या ने मुझे पार्ट टाइम काम का ऑफर दिया, जिससे मैं प्रतिदिन 2000 से 4000 रुपए कमा सकता था। शुरू में तो मैंने इनकार कर दिया, लेकिन उसके लगातार फालोअप और डेमो के लिए जोर देने पर मैंने उसकी बात मान ली। सौम्या ने मुझे www.the-perth-mint-bid. net पोर्टल का लिंक भेजा और मुझे अपने मोबाइल नंबर के जरिए रजिस्टर करने को कहा। मैंने उसमें रजिस्टर कर लिया। उसने कहा कि डेमो के लिए कंपनी मुझे खाते में 10,000 रुपए देगी। मुझे स्टार्ट बिडिंग आइकन के लिए 18 बिडिंग पूरा करना होगा, मुझे एक सोने का आभूषण दिखाया जाएगा, मुझे सेल आइकन को दबाना होगा और यह बिक जाएगा। प्रत्येक आभूषण के लिए कीमत होगी और उसका एक बिक्री मूल्य होगा। इसकी कीमत और बिक्री मूल्य के बीच का अंतर प्रत्येक बिडिंग में मेरा कमीशन होगा। 18 बिडिंग पूरी करने के बाद मैं अपना कमीशन निकाल सकता हूं।
18 बिडिंग पूरी करने के बाद उसने मुझे पोर्टल में सेल आउट विकल्प पर क्लिक करके निकासी करने को कहा, पैसे पाने के लिए अपना बैंक खाता रजिस्टर करने को कहा और मैंने रजिस्टर किया। उसने मुझसे कहा कि सेल आउट ऑप्शन सिलेक्ट करने पर जो प्रॉफिट है वो मेरे बैंक अकाउंट में आ जाएगा और सेल आउट स्क्रीनशाट को टेलीग्राम चैनल CS CHANNEL268 पर शेयर करने को कहा और मैंने भी वही किया। इस तरह मुझे 1,125 रुपए का प्रॉफिट हुआ। प्रॉफिट के चक्कर में मैं लगातार निवेश करता गया। ठगों ने मुझे जिस ग्रुप में जोड़ा था उसमें सभी लोग स्क्रीन शाट शेयर करके बताते थे कि उन्हें लाखों रुपए का प्रॉफिट हुआ है। उनकी बातों में मैं फंस गया। बाद में ठगों ने मुझसे धीरे धीरे करके 59 लाख 94 हजार रुपए निवेश करवा लिए और मुझे कुछ भी नहीं मिला। मैनेजर ने बताया कि ट्रेडिंग के लिए ICICI BANK लोन का उपयोग कर उसने पैसे निवेश किए थे।
इस पूरे मामले में इस ठगी की एक मात्र वजह है इस व्यक्ति का लालच। क्योंकि जैसे ही छोटे प्रॉफिट का लालिच्छ उसके मन में घर कर गया साइबर फ्रॉड समझ गए। मुझे यह मछली अब जाल में फंस चुकी है और उन्होंने फिर अपना असली खेल शुरू किया। आज कल यह तरीका ज्यादातर फ्रॉड खूब अपना रहे हैं। जिसमें बेरोजगार युवा के साथ-साथ अच्छी पोजीशन पर काम करने वाले लोग भी इसलिए लालच में फँस जाते हैं। कि। यदि बैठे-बैठाए। दो चार हज़ार रुपए अतिरिक्त मिल रहे हैं तो इसमें क्या नुकसान है। ऐसे साइबर फ्रॉड से बचने का एकमात्र उपाय यही है कि आप अपने लालच पर काबू रखें और ऐसे किसी भी मैसेज करने वाले की बातों में न आएं।