श्योपुर मध्य प्रदेश: अभी हाल ही में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री वीरपुर में एक सभा करके आए हैं। उस वीरपुर में दबंगई के हालात यह हैं कि ग्रामीण सड़क पर अंतिम संस्कार करने को मजबूर है कारण यह है कि क्षेत्र के मुक्तिधाम पर दबंगों ने कब्जा जमाए रखा है। वीरपुर के धावईपुरा गांव में मुक्तिधाम की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। शनिवार को जब मृतक का अंतिम संस्कार करने पहुंचे लोगों को दबंगों ने भगा दिया। इससे मजबूरी में पीड़ितों को सड़क किनारे ही अंतिम संस्कार करना पड़ा। यह स्थिति तब है, जब जिले के प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला ने मुक्तिधामों की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मुहिम चला रखी है।
धावईपुरा गांव में 55 वर्षीय बग्गा गुर्जर की शनिवार को मौत हो गई थी। स्वजन अंतिम संस्कार के लिए करीब गांव से करीब तीन किलोमीटर दूर स्थित मुक्तिधाम पर पहुंचे, जहां उन्हें मुक्तिधाम नहीं मिला। इसके बाद पीड़ित पुराने मुक्तधाम पर पहुंचे जिस पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। ऐसे में उन्हें दबंगों ने वहां से भगा दिया। और दबंगों के डर से उन्हें मजबूरी बस सड़क पर अंतिम संस्कार करना पड़ा। इस संबंध में पंचो पंचायत के सरपंच मुरारीलाल गुर्जर का कहना है कि मुक्तिधाम से कब्जा हटाने के लिए अधिकारियों को अवगत कराया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं, वीरपुर तहसीलदार प्रमलता पाल का कहना है कि मुझे जानकारी नहीं है, अगर ऐसा है तो मैं दिखवती हूं। मुक्तिधाम की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराएंगे। मैं आरआई, पटवारी से जानकारी लेती हूं।
आपको बता दें कि यह मुक्तिधाम पर दबंगों द्वारा कब्जा करने का श्योपुर जिले का पहला मामला नहीं है इससे पहले भी जिले के पांडोली गांव में रहने वाले लोगों को एक तरफ जीते जी मूलभूत सुविधाओं के लिए सिस्टम से लड़ना पड़ रहा है, तो वहीं जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण गांव में मरने वाले लोगों की अंतिम यात्रा भी मुश्किलों से भरी हुई हो गई है। पांडोली गांव के ग्रामीणों ने श्मशान घाट तक जाने वाले रास्ते को कई बार ठीक करवाने के लिए जिला पंचायत से लेकर जनपद के अफसरों सहित पंचायत के मुखिया को इस रास्ते को ठीक करवाने के लिए आवेदन दिया, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी।