नई दिल्ली: नीट 2024 का रिजल्ट जब घोषित हुआ तो परिणाम ऐसे चौंकाने वाले थे के वह साफ इशारा कर रहे थे कि इस बार नीट में कोई बड़ा गड़बड़झाला हुआ है। इस मामले में सीबीआई जांच शुरू की गई और सीबीआई ने तमाम परतें खुली जो साफ बता रही थी की नीट के प्रश्न पत्र की खरीद फरोख्त हुई है। लेकिन अब सीबीआई ने नीट यूजी 2024 के पेपर लीक के मामले में जो दूसरी पूरक चार्जशीट दाखिल की है। उसने एक बार फिर यह खुलासा किया है नीट में पेपर आउट का बड़ा खेल चल रहा है। इस मामले में सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि नीट 2024 परीक्षा के परिणाम को लेकर सरकार क्लीन चिट। दे चुकी है। सरकार का साफ कहना था नीट में कोई गड़बड़ नहीं हुई। सरकार की सफाई के बावजूद भी सीबीआई की यह चार्जशीट सरकार की नीयत पर बड़े सवाल खड़े कर रही है।
सीबीआई ने जो पूरक चार्जशीट दाखिल की है उसमें बताया गया है की परीक्षा के कुछ घंटे पहले नीट। का लीक और हल पेपर पाने के लिए कथित तौर पर एक सौ चौवालीस परीक्षार्थियों ने पैसे दिए थे। पिछले सप्ताह दाखिल चार्जशीट में पंकज कुमार का नाम भी है जिसने हजारीबाग पटना स्थित ओएसिस स्कूल के प्राचार्य एहसानुल हक और सह। प्राचार्य मोहम्मद इम्तियाज आलम से मिलीभगत स्कूल से ही प्रश्न पत्र चुराए थे। नीट के यह प्रश्न पत्र 5 मई को सुबह 8 बजे इस स्कूल में पहुंच चुके थे। उसी दिन परीक्षा थी यहीं से पेपरलीक हुआ।
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सीबीआई ने 5500 पेज की दाखिल चार्जशीट। में 298 गवाहों और दो। 190 दस्तावेजों का जिक्र किया है। इसमें बताया गया है कि एहसानुल और आलम। ने पंकज को वहां तक पहुंचने दिया जहां पेपर रखे थे वहीं से पेपर। की फोटो खींचने दी। इसके बाद। उन पेपर को वापस सील करके रख दिया गया। पंकज ने इन पेपर की सील और ट्रंक को खोलने के लिए आधुनिक उपकरण प्रयोग किए थे जिन्हें उसके घर से बाद में जब्त किया गया। स्कूल से निकलते ही पंकज ने अपनी मोबाइल में ली गई फोटो सुरेंद्र शर्मा को भेजी थी जो हजारीबाग के गेस्ट हाउस में रुका हुआ था और इसी जगह पर छात्रों को भी रुकवाया गया था जो नीट जो पहले नीट दे चुके हैं और मेडिकल छात्र हैं इन्हीं के द्वारा पेपर हल कराके और स्कैन करके अलग अलग क्षेत्रों में भेजे गए जहां से यह हल किए हुए प्रश्न पत्र दलालों के माध्यम से परीक्षार्थियों को बेचे गए।
परीक्षार्थियों के परीक्षा केंद्र पहुंचने के बाद इन हर प्रश्नपत्रों को जला भी दिया गया था। सीबीआई ने ऐसे एक सौ चौवालीस परीक्षार्थियों की पहचान की है जिन्होंने पैसा देकर पेपर खरीदा था।नीट 2024 पेपर लीक मामले में एक ओर जहां सीबीआई लगातार कार्रवाई कर रही है और नए नए खुलासे कर रही है वहीं दूसरी ओर जब नीट पेपर लीक का मामला गर्माया था उस समय कुछ दिन की बयानबाजी के बाद केंद्र सरकार ने नीट पेपरलीक को सरे से नकार दिया था। अब यहां यह सवाल उठता है कि जब केंद्र सरकार यह मानती ही नहीं ये पेपर लीक हुआ था तो फिर सी बी आई सी?की जांच में बड़े बड़े खुलासे कैसे हो रहे हैं?