भोपाल। मध्य प्रदेश: अभी हाल ही में परिवहन विभाग से बड़ी खबर आ रही है। जिसमें परिवहन विभाग ने आदेश जारी किया है ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड प्रिंटेड कार्ड के फॉर्म में आवेदनकर्ताओं को नहीं मिलेंगे। परिवहन विभाग ने जो अधिसूचना जारी की है उसके अनुसार ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड भी आधार कार्ड की तरह ही डिजिटल रूप में जारी होंगे। जो परिवहन के ऐप पर उपलब्ध रहेंगे। जहां से आवेदनकर्ता इन्हें डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें आरटीओ के डिजिटल हस्ताक्षर रिकॉर्ड में रखे जाएंगे। जो इन दस्तावेजों पर उपलब्ध कराए जाएंगे। यह व्यवस्था लागू होने से परिवहन विभाग को हर महीने तीन करोड़।रुपये की बचत होगी।
जो नई व्यवस्था परिवहन विभाग लागू करने जा रहा है उसमें आवेदनकर्ताओं के लिए भी एक सरलता। यह दस्तावेज लागू करने के लिए हो जाएगी। कोई भी आवेदन करता। साथ ही पोर्टल के जरिए नए ड्राइविंग लाइसेंस के लिए यह रिन्यूअल के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। टेस्ट पास करने के बाद आवेदकों की फोटो खींची जाएगी। और ऑनलाइन ही अप्रूवल मिल जाएगा। इसके बाद आवेदनकर्ता के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक लिंक भेजी जाएगी। इस लिंक में अपना आईडी नंबर और जन्म तिथि भरने के बाद आवेदनकर्ता के दस्तावेज खुल जाएँगे।। और यहां से वह अपने दस्तावेज को डाउनलोड। कर सकते हैं यह डिजिटल फॉर्म में उपलब्ध। दस्तावेज हर जगह कानूनी रूप से मान्य होंगे।
प्रक्रिया के बाद अब सवाल यह उठता है की हर जिले में पदस्थ आरटीओ क्या करेंगे क्योंकि वर्तमान की स्थिति देखें उसमें भी जिला परिवहन कार्यालय में आरटीओ के पास कुछ ज्यादा काम बचा नहीं है। ज्यादातर आरटीओ कार्यालय में ज्यादातर प्रक्रियाएं अब ऑनलाइन हो चुकी हैं। और जो ऑफलाइन काम होते भी हैं वह दलालों के भरोसे चलते हैं। ज्यादातर आरटीओ आज की स्थिति में भी अपने कार्यालय में खाली बैठे मोबाइल पर समय व्यतीत करते नजर आते हैं। ऐसी स्थिति में जब परिवहन विभाग अब फिजिकल ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड की व्यवस्था बदल कर उन्हें डिजिटल प्रदान करके विभाग को ₹30000000। कल लाभ करा रहा है। ऐसी स्थिति में हो सकता है आने वाले समय में विभाग और भी ज्यादा बचत के बारे में सोचते तमाम ऐसे पदों को ही खत्म कर दें जिनकी अब आवश्यकता ही नहीं है। और हो सकता है कि आरटीओ भी इस नई व्यवस्था के जद में आ जाएं?