भोपाल, मध्य प्रदेश: मुख्य सचिव के पद पर अनुराग जैन की नियुक्ति की गई है। वह जल्द ही वीरा राणा की जगह पर। पदभार संभालेंगे हालांकि कई अन्य नामों पर कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन सभी कयासों को फेल करते हुए मध्य प्रदेश शासन ने। अनुराग जैन। को मुख्य सचिव मध्य प्रदेश बनाया है। अनुराग जैन की मुख्य सचिव पद पर नियुक्ति होते ही तमाम चर्चाएं चलने लगी थीं। अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अनुराग जैन। की नियुक्ति पर विस्तृत बयान दिया है और उनके इस बयान ने ऐसी सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया है।
डॉक्टर मोहन यादव का कहना है कि हमारी सरकार ने कहीं भी नियुक्ति में। वरिष्ठता। को नजरंदाज नहीं किया है। जैन भी एक सक्षम अधिकारी हैं। उन्हें ज़मीनी स्तर से लेकर भारत सरकार में काम करने का बेहतर अनुभव है। इसी आधार पर उनका चयन मुख्य सचिव के लिए किया गया है। भारत सरकार उन्हें। छोड़ना नहीं चाहती थी। हमने प्रयास किए प्रदेश। के विकास के लिए प्रतिनियुक्ति रद्द कराकर उनकी सेवाएँ माँगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा की जैन मध्यप्रदेश में अहम आदमी को सुशासन सख्त और ईमानदार प्रशासन देने में सक्षम है।
वीरा राणा के बारे में भी चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके मुख्यमंत्री बनते ही वीरा राणा ने उन्हें पदभार से मुक्त करने का निवेदन किया था।।
वीरा राणा ने सेवानिवृत्ति के बाद भी प्रदेश के विकास ने अपना योगदान दिया मुख्यमंत्री। यादव ने कहा कि मेरे मन। में कभी भी किसी अधिकारी के लिए कोई आग्रह? दुराग्रह नहीं रहा है अनुराग जैन से भी जब। मैं दो महीने पहले दिल्ली में मिला था। तभी यह सुनिश्चित कर लिया था अगला मुख्य सचिव मध्य प्रदेश अनुराग जैन को ही बनाना है।
1989 बैंच के आईएएस अधिकारी अनुराग जैन इससे पहले कई जिलों के कलेक्टर रह चुके हैं। जैन PMO में भी ज्वाइंट सेक्रेटरी का जिम्मा संभाल चुके हैं। अनुराग जैन को अपने बेहतरीन कार्यों के लिए 2023 में प्रधानमंत्री पुरस्कार से भी नवाजा गया था। आईएएस अनुराग जैन वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में सचिव के पद पर हैं। इसके बाद अब वे वापस भोपाल लौटेंगे। जानकारी के मुताबिक सीएम डॉ. मोहन यादव ने अपने दिल्ली दौरे के समय अनुराग जैन से पहले मुलाकात भी की थी। आईएएस अनुराग जैन ने 1986 में आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक ऑनर्स किया है। 1989 में वे आईएएस बने, इसके बाद उन्होंने अमेरिका के मैक्सवेल स्कूल से लोक प्रशासन में एमए किया था।
हालांकि अनुराग जैन की नियुक्ति पर चल रही चर्चाओं पर तो मुख्यमंत्री ने विराम लगा। दिया है लेकिन उन्होंने जिस तरीके से यहां बताया है कि वह वरिष्ठता का सम्मान करते हैं उसने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या प्रदेश? में अभी तक हुई अन्य नियुक्तियां वरिष्ठता। के आधार पर हुई हैं। ऐसे तमाम विभाग हैं जहां वरिष्ठता को दरकिनार करते हुए कनिष्ठों को मुख्य पद का दायित्व दिया गया है। अब मुख्यमंत्री के इस बयान को आधार मानते हुए कि वह वरिष्ठता का सम्मान करते हैं अन्य विभाग के ऐसे वरिष्ठ अधिकारी जिनको अपने योग्यता और वरिष्ठता आधार पर पद नहीं मिला है वह अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं।