ग्वालियर, मध्य प्रदेश: कलेक्टर श्रीमती रुचिका सिंह चौहान के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सचिन श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में ग्वालियर शहर में डेंगू नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग मलेरिया एवं नगरनिगम की संयुक्त टीमो द्वारा सर्वे कर मच्छरों के लार्वा नष्ट कराए जा रहे हैं। यह है प्रशासन के दावे लेकिन इन दावों के बाद भी डेंगू जिस तेज रफ्तार में पैर पसार रहा है, वह यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि प्रशासन के यह सारे प्रयास डेंगू को रोकने के लिए नाकाफ़ी हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ों की मानें तो आज 318 रोगियों की डेंगू जांच में ग्वालियर के कुल 27 पॉजीटिव केस पाए गए, इस वर्ष जनवरी से अभी तक कुल 8026 रोगियों की डेंगू जांच में कुल 500 पॉजिटिव केस पाये गये हैं जिनका उपचार किया गया। सर्वे टीम द्वारा आज कुल 3053 घरों का सर्वे किया गया जिनमें 296 घरो में पाये गये लार्वा को नष्ट कराया गया । जनवरी से अभी तक कुल 403247 घरों का सर्वे किया गया जिनमें 12279 घरो में पाये गये लार्वा को नष्ट कराया गया है।
डेंगू नियंत्रण के लिए डेंगू प्रभावित क्षेत्र में दवा का छिड़काव तथा नगर निगम के सहयोग से फागिंग की कार्यवाही की गई। मलेरिया कार्यालय की टीम नियमित सर्वे कर बुखार के केसों की जांच कर रहे है। जिन वार्डों में अधिक केस पाए गए हैं वहां एम्बेड परियोजना के कर्मचारी तथा आउटसोर्स कर्मचारी अतिरिक्त टीम के रूप में काम कर रहे हैं जनजागरूकता के लिए नगर निगम के वाहनों के माध्यम से समन्वय कर माइकिंग द्वारा डेंगू से बचाव का प्रचार प्रसार कराया जा रहा है तथा घर-घर सर्वे के दौरान डेंगू से बचाव के लिए लोगों को समझाइस दी जा रही है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विनोद दोनेरिया ने बताया की डेंगू का मच्छर हमारे घर और आसपास बर्तन, टायर कूलर टंकी गमले छत एवं कबाड़ में भरे पानी मैं पनपता है ऐसे पानी मे मच्छर अंडे देते है जिनसे 7 से 12 दिन के भीतर मच्छरों की उत्पत्ति हो जाती है अतः हमारी जिम्मेदारी है की हम अपने घर और आसपास पानी जमा नहीं होने दें एवं 7 दिवस के भीतर पानी खाली करें जिससे डेंगू बीमारी को रोका जा सकेl मच्छरों से बचाव करें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। पूरी आस्तीन के कपडे पहने। मच्छर भगाने वाले साधन जैसे- क्रीम, क्वाइल, रिपेलेन्ट इत्यादि का उपयोग करें। टायर, कबाड सामान ढंक कर रखें इनमें पानी इकट्ठा नहीं होने दें। बुखार आने पर तत्काल स्वास्थ्य केन्द्र में जांच करायें।
प्रशासन के यह दावे शाह बता रहे हैं कि जिस तेजी से डेंगू फैल रहा है उसमें प्रशासन टीम द्वारा किए गए सर्वे। की गति नाकाफी है। अभी हाल ही में हुए भारी वर्षा के बाद तो शहर के कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया है और यह रुका हुआ पानी ही डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लिए एक अनुकूल वातावरण दे रहा है। जिस गति से सितंबर माह में डेंगू के केश बड़े हैं वह साफ इशारा करते हैं के आने वाले समय में स्थिति और भयावह हो सकती है। डेंगू की स्थिति भयावह होने से पहले ही दुशासन को कॉल कर युद्ध स्तर पर अभियान शुरू करना चाहिए और हर वह जगह जहां जल भराव है वहां पर जलभराव खत्म कर। या उस पर दवा छिड़क कर डेंगू फैलाने वाले मच्छरों को जल्द से जल्द खत्म करना चाहिए।