मुरैना में रहने वाले किशाेर की मां ने बताया कि आदित्य 27 अगस्त को मुरैना आया था। वह ज्यादा किसी से बात नहीं करता था, हमेशा अपने मोबाइल में ही लगा रहता था और फ्री फायर गेम खेलता था। मंगलवार सुबह उसने तीसरी मंजिल से गिरकर आत्महत्या कर ली।
एक 17 साल का बेटा हर समय मोबाइल पर लगा रहता था और उसकी मां यह सोच कर शांत रहती थी कि बेटा बड़ा हो गया है, अपने मतलब की चीजें देखता होगा। लेकिन, मां को क्या पता था कि उसकी जान का कारण बन जाएगा ।वह मोबाइल में फायर फ्री गेम खेलता था और इसी गेम ने उसकी जान ले ली। 17 साल के किशोर आदित्य माहौर ने जान देने के संकेत अपनी मां को दिए थे, लेकिन वह नहीं समझ पाई। एक दिन पहले सोमवार को बेटे ने खाना खाते समय पूछा- मां छत से जो लोग गिरते हैं उन्हें कितनी चोट लगती है, मां को बेटे का सवाल समझ नहीं आया तो उसने कहा कि तू यह सब क्यों पूछ रहा है, तुझे नहीं मालूम, फिर वह कुछ नहीं बोला। आज बुधवार को उसी बेटे ने अपनी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से छलांग लगा। जिससे उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार प्रदेश के मुरैना जिले में शहर से दूर प्रधानमंत्री आवास बने हुए हैं। यहां रहने वाले एक 17 साल के किशोर ने अपनी मल्टी की तीसरी मंजिल से कूद कर जान दे दी। उसके माता-पिता को यह बात तब पता लगी जब सुबह 5:00 बजे पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने उन्हें बताया कि तुम्हारा बेटा नीचे गिरा पड़ा हुआ है। परिजन उसे आनन-फानन में मुरैना जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे गंभीर हालत में ग्वालियर रेफर कर दिया, जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार 17 साल का किशोर आदित्य माहौर बेंगलुरु में एक मिठाई की दुकान पर काम करता था। उसका पिता ब्रजेश माहौर भी वहीं काम करता था। आदित्य हर समय मोबाइल पर फायर फ्री गेम खेलता रहता था। जब भी वह अपने घर मुरैना आता तो फायर फ्री गेम खेलने में ही लग जाता था। सोमवार को उसने खाना खाते समय अपनी मां से पूछा कि जब कोई व्यक्ति तीसरी मंजिल से कूदता है तो उसे कितनी चोट लगती है। बेटे का यह सवाल सुनकर उसकी मां ने उसे डांटा और कहा कि क्या फालतू सवाल कर रहा है, अब तू बड़ा हो गया है, काम पर जाता है। इस तरह की बातें क्यों करता है, इस पर बेटा चुप रहा, उसने कोई जवाब नहीं दिया। इसके अगले दिन ही वह अपनी मल्टी की तीसरी मंजिल से कूद गया। बेटे की मौत के बाद मां ने बताया कि वह हमेशा मोबाइल में फायर फ्री गेम खेलता रहता था।
किशाेर की मां ने बताया कि आदित्य 27 अगस्त को मुरैना आया था। वह ज्यादा किसी से बात नहीं करता था, हमेशा अपने मोबाइल में ही लगा रहता था और गेम खेलता था। हर समय गेम खेलने पर उसकी मां ने उससे कहा था कि तू कहीं बाहर घूमने भी जाया कर, हमेशा गेम खेलता रहता है। लेकिन, उसने कोई जवाब नहीं दिया। मंगलवार की सुबह 3:30 बजे आदित्य अपनी मां के पास लेटकर गेम खेल रहा था। उसे नींद नहीं आई तो करीब सुबह 4:00 बजे उठकर बिल्डिंग की छत पर चला गया, इसके बाद वहां से छलांग लगा दी थी। किशोर की मौत के बाद पुलिस ने उसका पीएम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। मामले में पुलिस ने मृग कायम कर जांच शुरू कर दी है।