इंदौर मध्य प्रदेश: यहां सबसे पहले आप पढ़ें लड़के का वह सुसाइड नोट जिसमें उसने अपने प्रेमिका और उसके भाइयों द्वारा जो प्रताड़ना सही उसका दर्दनाक और भयावह वर्णन किया है।
“मेरा नाम रितिक बछाने है, मेरी मौत का जिम्मेदार मेरी गर्लफ्रेंड और उसके दोनों भाई हैं। लड़की से मेरा एक साल से चक्कर चल रहा था, इस बात की जानकारी घरवालों को लग गई थी, वह घर से भागकर आई थी, मुझसे शादी करना चाहती थी, लेकिन कोई कागजात नहीं लाई थी जिससे मैं उससे शादी कर सकूं। मैनें उसके साथ कुछ भी गलत काम नहीं किया है।” “मैं उसे रोज सैंडविच खिलाता था और रोज कॉलेज छोड़ता था। मैंने उसे मेरी जान से बढ़कर उसे माना, उसका ध्यान रखा,कभी भी उसे किसी चीज की कमी नहीं होने दी। उसने जो मांगा मैंने उसे लाकर दिया, साड़ी, मेकअप, लिपिस्टिक, जूते चप्पल, सूट, कपड़े मैंने लाकर दिए। लेकिन उसने मुझे बहुत ब्लैकमेल किया। मैंने उसे कभी डराया नहीं, न ही कभी परेशान किया।” “उसका भाई रोज रात को 10 बजे आता है और घरवालों को डराता है। खुद की बहन को नहीं समझाता। मेरा पुलिस से निवेदन है कि उसके भाई पर कड़ी कार्रवाई करे और मुझे न्या मिले। क्यों कि मैं लड़का हूं, मेरी बात कोई नहीं मानेगा, इसलिे मरने जा रहा हूं। मेरे घरवालों को उससे सुरक्षा दी जाए।” “मम्मा तू टेंशन मत करना, मेरे पास कोई और रास्ता नहीं था। मैंने मोबाइल में वीडियो बना दिया है, लड़की ने मेरे को बुलाया था मैने उसकी रिकॉर्डिंग विक्की के फोन पर भेज दी। अब मैं चलता हूं और तू अच्छी रहना। पापा को हिम्मत देना, इनको सजा दिलाने में। by By”
यह सब कुछ जो आपने पढ़ा यह उस सुसाइड नोट के कुछ अंश हैं जो एक बेबस और गर्लफ्रेंड द्वारा सताए हुए युवक ने अपने मौत से पहले लिखे हैं। कितने तकलीफ मैं होगा? यह युवक कितना अकेला पड़ गया होगा और उसे पता था कि देश का कानून भी एक पक्षीय है जैसा कि उसने अपने सुसाइड नोट की अंतिम लाइन में लिखा है। क्योंकि मैं लड़का हूँ मेरी बात कोई मानेगा नहीं। और आत्महत्या करने वाले इस युवक के सुसाइड नोट की यह लाइन यह साबित करने को पर्याप्त है कि हमारे देश में यदि किसी लड़के को किसी लड़की द्वारा महिला अपराध में झूठा भी फंसा दिया जाए। तो उसका सच जानने कि कोई व्यवस्था हमारे कानून में नहीं है।
अन्नपूर्णा थाना पुलिस के मुताबिक ऋतिक का एक वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों घर से भाग कर शादी करना चाहते थे। उसने सुसाइड नोट में लिखा कि प्रेमिका का भाई शुभम और निखिल परेशान कर रहे थे। मैंने उसका खुद से ज्यादा ध्यान रखा। कॉलेज छोड़ा और सैंडविच खिलाए। उसको काफी चीजें खरीद कर दीं। वह मुझे ब्लैकमेल कर रही थी। इतना सब कुछ यह युवक इसीलिए सहन कर रहा था क्योंकि इसे ब्लैकमेल किया जा रहा था और ब्लैक मिल करने वाला कोई और नहीं वह प्रेमिका थी जिस पर इसने भरोसा किया था और उस प्रेमिका के भाई थे। यह कैसा प्रेम? जो किसी को ब्लैकमेल करें और उसको आत्महत्या करने तक पर मजबूर कर दे। 6 पन्नों के सुसाइड नोट में इस। युवक ने न केवल अपने प्रेमिका और उसके भाइयों के प्रताड़ना का जिक्र किया है बल्कि पुलिस से अपने परिवार को सुरक्षा देने की गुजारिश भी की है।