ग्वालियर, मध्य पदेश: यह खबर आपको किसी फिल्म की कहानी यह टीवी पे चल रहा कोई डेली सोप जैसा प्रतीत हो सकता है। लेकिन यकीन मानिए इस खबर की हर एक लाइन हकीकत है। यह हकीकत है उस हैवान की जो न तो प्यार की परिभाषा जानता है और न ही इंसानियत की और ना ही रिश्तों का महत्व समझता है। यह हकीकत है उस हैवान की जिसने अपने आठ साल पुराने प्यार को एक षडयंत्र रचकर एक्सीडेंट का नाम दे दिया, जिस युवती के साथ प्यार मोहब्बत की तमाम कसने खाई होंगी उसे मौत के घाट उतार दिया। प्रेमिका के हत्या का षड्यंत्र तो इतना फूलप्रूफ रचा गया था के शरू में तो पुलिस को भी एक परसेंट भी शक इस हैवान पर नहीं हुआ। लेकिन हर अपराधी की तरह ये अपराधी भी एक बहुत छोटी सी चूक कर गया जो पुलिस के लिए काफी थी इस षडयंत्र का खुलासा करने के लिए।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के झांसी रोड थाना क्षेत्र में 11 दिन पहले एक सड़क हादसे में एक युवती की मौत हो गई थी। सड़क पर एक्टिवा से जा रही युवती और उसके भाई को पीछे से एक लोडिंग ने टक्कर मार दी। टक्कर में युवती की मौत हो गई और उसका भाई घायल हो गया। दुर्घटना के समय साथ में चल रहा युवती का पति भी अपनी मोटरसाइकिल से पीछे पीछे चल रहा था। जब पुलिस ने मामले की जांच की और घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। तो वहां पर लोडिंग तो नहीं एक कार दिखाई दी। जो आगे जाकर एक पोल से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त भी हुई थी। जब पुलिस ने पति से पूछा कि? लोडिंग तो नहीं कार सीसीटीवी में नजर आई है तो पति बोला की टक्कर मारने वाली कार भी हो सकती है। पुलिस की जांच में कार से टक्कर मारने का ही खुलासा हुआ और इस कार। में दो युवक और एक युवती के होने की बात भी सामने आई। पुलिस ने मामले में। कार सवारों को पकड़कर उन पर मामला दर्ज कर दिया और उन्हें जेल भेज दिया गया। यहां तक इस पति का हत्या का पूरा षड्यंत्र ठीक ठाक चल रहा था। लेकिन इसके बाद इस पति ने एक ऐसी गलती करी। जिसने पुलिस को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि कहीं न कहीं पति तो इस हत्या में लिप्त नहीं है।
अजय भारद्वाज एक्सीडेंट में पकड़े जाने वाले कार। में बैठे लोगों की जमानत प्रक्रिया में जल्दबाजी दिखा रहा था। वह इन आरोपियों की जमानत में रोख की बजाय जमानत की प्रक्रिया आसान करने का प्रयास कर रहा था। आरोपी पति अजय भारद्वाज की इस छोटी सी चूक को पुलिस ने बहुत गम्भीरता से लिया और अजय भारद्वाज पर संदेह करते हुए अब पुलिस कार सवारों और अजय भारद्वाज की कॉल डिटेल खंगालने लगी। कोल डिटेल में जो बात सामने आई वह पुलिस के लिए भी चौंकाने वाली थी। अजय भारद्वाज और कार सवार आरोपी अपने मोबाइल से एक दूसरे के संपर्क में थे। मतलब साफ है कि अजय भारद्वाज ही कार सवारों को अपनी पत्नी जिसे वह मारना चाहता था उसकी लोकेशन दे रहा था और पूरी प्लानिंग के साथ इस हत्या को अंजाम दिया। जब पुलिस ने पकड़े हुए संदेहियों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने पूरे षड्यंत्र का खुलासा कर दिया।
इस षडयंत्र का मास्टर प्लानर अजय भारद्वाज 2017 में ग्वालियर में ही पीएसी की तैयारी कर रहा था। उसी समय इसकी मुलाकात मुसकान उर्फ दुर्गावती से हुई। दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई और फिर धीरे धीरे नजदीकियाँ बढ़ती गईं। दोनों के बीच प्रेम सम्बन्ध चार साल तक चले। इसके बाद अलग-अलग जाति का होने के कारण मुस्कान के परिवार वालों ने उसकी शादी 2021 में अपनी जाति में ही किसी जगह पर कर दी। प्रेमिका की शादी के एक साल बाद 2022 में अजय की भी शादी मुरैना। में ही हो गई। और वर्तमान में भी उसका परिवार मुरैना में ही रहता है। इसी बीच मुस्कान की अपने पति से नहीं बनी और उसने अपने पति से तलाक ले लिया पति। से तलाक के बाद मुस्कान फिर से अपने पुराने प्रेमी अजय के संपर्क में आ गई दोनों। के बीच मेल मुलाकात का दौर फिर चल पड़ा। दोनों के बीच नजदीकियां फिर बड़ी दोनों के बीच इश्क परवान चढ़ने लगा। शारीरिक संबंध के चलते मुसकान गर्भवती हो गई और मुस्कान। ने अजय पर शादी के लिए दबाव बनाया लेकिन शादीशुदा प्रेमी अजय। दूसरी शादी दूसरी जाति में करना नहीं चाहता था उसे समाज में अपनी बदनामी।का डर था। मुस्कान ने अजय भारद्वाज पर बहुत जोर दिया यहां तक कि उसको शारीरिक शोषण और दुष्कर्म की एफआईआर की चेतावनी तक दी इस पर अजय ने मुस्कान से चुपचाप छुपकर कोर्ट मैरिज कर ली। और उसने मुस्कान को साकेत नगर में किराए से घर दिला। दिया और मुस्कान अब अजय की दूसरी पत्नी बनकर ग्वालियर में रहने लगी लेकिन शादीशुदा जीवन में दूसरी पत्नी मुस्कान।के खर्चे बढ़ने लगे। और सार्वजनिक जगह पर जाने पर अजय को दूसरी शादी के खुलासे का डर सताने लगा और समाज में बदनामी।का डर भी बढऩ लगा।
अजय ने यह बात अपने चचेरे भाई और कुछ दोस्तों को बताई ऑफिस सबने मिलकर मुस्कान। के हत्या का षड्यंत्र रचा। हत्या का षड्यंत्र इतना फूल प्रूफ था। कि कार एक्सीडेंट में मुस्कान की मौत के बाद किसी को पता भी नहीं चला कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि एक सोची समझी हत्या की साजिश है। तेरह अगस्त को झाँसी रोड पर सड़क हाथ से में मुस्कान की मौत हो गई और उसके साथ एक्टिवा पर बैठा उसका भाई संजेश घायल हो गया। इस घटना की सूचना थाने पर जाकर भी अजय भारद्वाज ने खुद दी थी। पूरे मामले में घटना स्थल बिल्कुल दुर्घटना की तरह नजर आ रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी दुर्घटना से मौत सामने आई। यह पूरा षड्यंत्र सीखने के लिए अजय भारद्वाज ने तमाम क्राइम सीरियल्स देखे उनसे सारी जानकारी ली। और ऐसी प्लानिंग रची जिसमें पुलिस को यह हत्या नहीं दुर्घटना लगे। लेकिन पुलिस की बारीक छा विन और पैनी नजर से अजय भारद्वाज का अपराध छुप न सका और हत्या के इस षडयंत्र के 12 दिन बाद यह खुलासा हो गया कि मुस्कान के पति अजय नहीं इश्क धो खा और हत्या का यह पूरा षड्यंत्र रचा और अपने आठ साल पुराने प्यार का गला घोंट दिया। जिस बदनामी को छुपाने के लिए यह अपराध किया। अब शायद उससे ज्यादा बदनामी हो रही हो!
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