T20 सीरीज मैच सूर्यकुमार से जब सवाल किया गया कि क्या रिजर्व बेंच के कुछ खिलाड़ियों को मौका मिलने की संभावना है। तो इस पर उन्होंने कहा, ‘हम बैठकर सोच विचार करेंगे। लड़कों के लिए बहुत खुश हूं। मुश्किल परिस्थितियों में उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया।’ भारत के गुगली विशेषज्ञ रवि बिश्नोई इस बात से खुश थे कि ‘रॉन्ग वन’ उनके लिए लगातार कारगर हो रही है।
प्लेयर ऑफ द मैच बिश्नोई ने मैच के बाद कहा, ‘पिच थोड़ी अलग थी। पहली पारी में इससे स्पिनरों की मदद मिली। मैं अपनी योजनाओं पर डटा रहा। मुझे रॉन्ग वन गेंद डालना पसंद है। जो चीजें मेरे लिए काम करती हैं, मैं वैही गेंदबाजी करने की कोशिश करता हूं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ रॉन्ग वन्स मेरे लिए काम करती हैं। डेथ ओवर में गेंदबाजी करने की एक अच्छी जिम्मेदारी है क्योंकि इसका मतलब है कि कप्तान और प्रबंधन मुझ पर भरोसा करते हैं।
भारत ने रविवार को पल्लेकल में खेले गए दूसरे टी20 में श्रीलंका को डकवर्थ लुईस नियम के तहत सात विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ टीम इंडिया ने तीन मैचों की टी20 सीरीज में श्रीलंका पर 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। मैच के बाद भारत के नए टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव काफी खुश नजर आए। उन्होंने लगातार दो दिन में आसान जीत के बाद स्पष्ट किया कि उनके लिए सकारात्मक इरादा और निर्भीक रवैया ही खेल के इस छोटे प्रारूप में आगे बढ़ने का तरीका होगा। टीम इंडिया ने पहला टी20 43 रन से जीता था।
उन्होंने मैच के बाद कहा, ‘हमने टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले इस बारे में बात की थी कि हम किस तरह का क्रिकेट खेलना चाहते हैं। यही वह टेम्पलेट है जिसके साथ हम आगे बढ़ना चाहते हैं। खराब मौसम में 160 से कम का स्कोर अच्छा होता। बारिश ने हमारी मदद की। लड़कों ने जिस तरह से बल्लेबाजी की वह शानदार थी।’
श्रीलंकाई कप्तान चरिथ असलांका फिर मध्यक्रम के चरमराने से नाखुश थे। उन्होंने कहा, ‘हमने डेथ ओवरों में जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे निराश हूं। हमें सुधार करना होगा। इस पिच पर पुरानी गेंद से बल्लेबाजी करना मुश्किल हो जाता है। पेशेवर क्रिकेटरों के तौर पर हमें बेहतर प्रदर्शन करना होगा।’
भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरे टी20 मैच में श्रीलंका को नौ विकेट पर 161 रन पर रोक दिया था। शनिवार को पहले मैच में श्रीलंका ने आखिरी नौ विकेट 30 रन बनाने में गंवा दिए थे और रविवार को आखिरी छह विकेट 31 रन के भीतर गंवाए। पहले दस ओवर में 80 रन बनाने के बावजूद श्रीलंकाई टीम बड़ा स्कोर नहीं बना सकी और आखिरी दस ओवर में 81 रन ही बनाे। हार्दिक पांड्या ने दो ओवर में 23 रन देकर दो और रवि बिश्नोई ने चार ओवर में 26 रन देकर तीन विकेट लिए।
श्रीलंका के लिये पाथुम निसांका ने 24 गेंद में 32 रन बनाए, जबकि कुसल परेरा ने 34 गेंद में 54 रन की पारी खेली। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए छह ओवर में 54 रन जोड़े। इसके बाद दासुन शनाका (0) और वानिंदु हसरंगा (0) गैर जिम्मेदाराना शॉट्स खेलकर आउट हुए। एक समय श्रीलंका का स्कोर 15 ओवर में दो विकेट पर 130 रन था, लेकिन मध्यक्रम के लड़खड़ाने से दस गेंद के भीतर चार विकेट गिर गए जिसमें एक रन आउट शामिल है।
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने युवा रियान पराग से गेंदबाजी की शुरूआत कराई जिसने चार ओवर में 30 रन ही दिए जिसमें दस डॉट गेंद शामिल थी। अक्षर पटेल ने चार ओवर में 30 रन देकर दो विकेट लिए। शीर्षक्रम के बल्लेबाजों के सामने सहज गेंदबाजी नहीं कर पा रहे बिश्नोई ने बाद में मध्यक्रम को अपना निशाना बनाया।
गर्दन जकड़ने के कारण शुभमन गिल ने यह मैच नहीं खेला, जबकि संजू सैमसन (0) जल्दी आउट हो गए। इसके बाद जायसवाल ने 15 गेंद में 30 और सूर्यकुमार ने 12 गेंद में 26 रन बनाए। भारत ने आठ ओवर में 78 रन का संशोधित लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने पर नौ विकेट पर 161 रन बनाए थे। सैमसन को महीश तीक्ष्णा ने कैरम बॉल पर आउट किया। इसके बाद सूर्यकुमार और जायसवाल ने 39 रन जोड़े। हार्दिक पांड्या ने नौ गेंद में नाबाद 22 रन बनाए।