मध्यप्रदेश में माफिया राज किस तरह हावी है इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि तमाम ऐसी खबरें आती हैं जब यह दबंग माफिया अधिकारियों की पिटाई भी कर देते हैं, ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के पोहरी से सामने आ रहा है। पोहरी थाना सीमा में आने वाले गांव पिपरघार में बुधवार की शाम अवैध मुरम उत्खनन रोकने गए पोहरी नायब तहसीलदार की टीम पर सरपंच पुत्र और उसके साथियों ने हमला करते हुए मारपीट कर दी। राजस्व की टीम मौके से अपनी जान बचाते हुए भागना पडा। इस मामले में बुधवार की देर शाम राजस्व की टीम पोहरी थाने पहुंची ओर मामला दर्ज कराया।
एकाएक हुए हमले से सहमा राजस्व अमला वहां से किसी तरह जान बचाकर भागा और देर शाम पोहरी थाने में पहुंचकर शिकायती आवेदन दिया। पोहरी पुलिस ने राजस्व अमले की रिपोर्ट पर आनंद धाकड़, मनोज धाकड़, मुकेश, आनंद व भरत धाकड़ व अन्य चार के खिलाफ मारपीट की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया। पिपरधार सरपंच की पोहरी के पूर्व विधायक सुरेश राठखेड़ा से रिश्तेदारी बताई जा रही है। शायद इसी राजनीतिक रसूख के चलते खनन माफिया इतना हावी हैं कि उन्होंने न केवल प्रशासनिक टीम को बंधक बनाया बल्कि उनकी जमकर पिटाई भी कर दी। इस घटना ने मप्र शासन के खनन माफिया पर सख्ती के सारे दावों की पोल खोल दी है।
पोहरी के पिपरघार ग्राम पंचायत के सरपंच बृजमोहन धाकड़ है। सरपंच पुत्र आनंद धाकड़, मनोज धाकड़, मुकेश, आनंद व भरत धाकड़ सहित अन्य चार लोग गांव के नजदीक राजस्व की भूमि पर जेसीबी से मुरम का अवैध उत्खनन कर रहे थे। साथ ही नजदीक की जमीन पर जुताई करके खेती की भी तैयारी की जा रही थी। राजस्व भूमि पर अवैध उत्खनन व खेती की तैयारी की सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार प्रमोद तोमर अपने साथ पटवारी मुकेश बघेल, बंटी गोलिया, ड्राइवर हेमंत के साथ मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने जेसीबी से मुरम का अवैध उत्खनन देखा तो उसे रोकने को कहा। इसी बात पर आनंद की नायब तहसीलदार से कहासुनी हो गई तथा आनंद, मनोज धाकड़, मुकेश, आनंद व भरत धाकड़ व अन्य चार ने राजस्व अमले की लात-घूंसों से मारपीट शुरू कर दी।