पिछले कुछ सालों से गऊ रक्षा और गऊ के सम्मान को लेकर बड़े बड़े दावे किए जाते रहे हैं। तमाम सारे गौरक्षक जगह जगह पर गऊ माता को लेकर सक्रिय दिखाई देते हैं। बात करें चुनी हुई सरकारों की तो वह भी गऊ रक्षा के लिए तमाम नियम कायदे बनाते हुए तमाम सख्ती बरतने का हवाला देती आई है। लेकिन इन सबके बावजूद मध्यप्रदेश के भिंड जिले में एक ऐसी घटना हो जाती है जो एक ओर तो सरकार के सभी दावों की पोल खोल देती है और दूसरी ओर यह भी साबित करती है। रक्षा की बातें करने वाले गौसेवक केवल कुछ निजी हित के मुद्दों पर ही सक्रिय होते हैं।
ये घटना भिंड जिले के मालनपुर नगर पंचायत की है। सफाई कर्मचारियों ने सड़क के किनारे एक गाय को मरा हुआ देखा, तो उसके शव को ट्रैक्टर से बांध दिया और लगभग एक किलोमीटर तक उसको जमीन पर घसीटते हुए लेकर गए. इसके बाद शव को इन कर्मचारियों ने दफनाने की जगह खुले में ही फेंक दिया। इस पूरी घटना की जानकारी ‘सब डिविजनल मजिस्ट्रेट पराग जैन’ ने दी। पराग जैन ने आगे कहा कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद चीफ म्युनिसिपल ऑफिसर यशवंत राठौर को भी एक नोटिस दिया गया।
आपको बता दें कि गाय को लेकर शासन और प्रशासन तमाम तरह के दावे करता है लेकिन इस घटना ने सभी दावों की पोल खोल दी है और यह कोई पहली घटना नहीं है। अमूमन इस तरह की लापरवाही देखने को मिलती है। अब भिंड जिले में गाय को इस तरह 1 km तक घसीटने की घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि। गाय के नाम पर अपनी रोटी सेंकने का काम जिम्मेदार कब तक करते रहेंगे?