मध्यप्रदेश में जिस तरह से मानसून का धमाकेदार आगाज हुआ है ठीक उसी तरह विधानसभा का मानसून सत्र भी धमाकेदार तरीके से ही शुरू हुआ। सत्र के पहले ही कांग्रेस हंगामा के मूड में दिखाई दी। कांग्रेस विधायकों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस बार की विधानसभा आसान होने वाली नहीं है। सदन की कार्रवाई शुरु होने से पहले ही कांग्रेस के सभी विधायक विधानसभा परिसर स्थित गांधी की प्रतिमा के पास नर्सिंग एप्रिन पहन कर पहुंचे। सभी विधायक एप्रिन पहनने के साथ ही गले में नर्सिंग घोटाले की चिट लगाकर सदन में दाखिल हुए। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश में बड़ा नर्सिंग घोटाला हुआ है और पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की देख रेख में पूरा घोटाला किया गया है लिहाजा इतने बड़े घोटाले की जांच चल रही है तो नैतिकता के आधार पर भाजपा सरकार को विश्वास सारंग का इस्तीफा लेना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने साफ कर दिया है कि जब तक विश्वास सारंग का इस्तीफा नहीं हो जाता है, तब कांग्रेस की तरफ से विरोध प्रदर्शन का दौर जारी रहेगा। वहीं कांग्रेस के जवाब में राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा कि कांग्रेस विधायकों को कुछ नहीं आता। उन्हें अभी बहुत सीखने की जरुरत है। जब मामला सीबीआई के पास है और उसमें जांच चल रही है तो इंतजार करें कुछ दिनों में सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। लेकिन कांग्रेस नेताओं ने इस दौरान कहा कि सीबीआई भी तरीके से जांच नहीं कर रही है। सीबीआई के ही कई अफसर इसी मामले में जेल में है। सरकार को इस मामले को लेकर पूर्व जजों की एक कमेटी बनाने चाहिए जिसमें शिकायतकर्ता को भी शामिल करना चाहिए।
कांग्रेस ने मप्रदेश के सभी जिलों में भी जिला स्तर पर कलेक्ट्रेट का घेराव और प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जिसमें उन्होंने नर्सिंग घोटाले की जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की और साथ में विश्वास सारंग के इस्तीफे की भी मांग की। सड़क से सदन तक इस समय मध्यप्रदेश में माहौल गरमाया हुआ है और नर्सिंग घोटाला और नीट घोटाले को लेकर एक ओर जहां कांग्रेस सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है तो वहीं सदन में भी घमासान मचाने की पूरी तैयारी में है।
देखिए कांग्रेस ने सड़कों पर किस?तरह किया प्रदर्शन