महाराष्ट्र और झारखंड जैसे राज्यों विधानसभा चुनाव के बीच गुजरात के गोधरा कांड ने एक फिल्म के जरिए जबर्दस्त एंट्री की है। इस कांड पर बनी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गोधरा कांड का सच बताए जाने के बाद अब मध्य प्रदेश भाजपा के सांसद और विधायक अपने क्षेत्र के लोगों को यह फिल्म जगह-जगह दिखाने के लिए बोला जाएगा
गोधरा कांड पर फिल्म गोधरा रा कांड पर बेस्ट है
27 फरवरी, 2002 को गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस के कोच में आग लगाए जाने के बाद हुए दंगों पर निर्माता एकता कपूर ने फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ बनाई है। यह फिल्म 15 नवंबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हुई है, जिसे दर्शकों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
पीएम मोदी ने फिल्म द साबरमती की तारीफ करते हुए पोस्ट की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिल्म की प्रशंसा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा है कि अच्छी बात है कि उसकी सच्चाई सामने आ रही है और वह भी इस तरह से कि आम लोग इसे देख सकें। एक फेक नैरेटिव (झूठी कहानी) सीमित समय तक ही चल सकता है।
अमित शाह ने भी की पोस्ट करते हुए की प्रशंसा
केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की जमकर सराहना की है। अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा कि ”इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि एक शक्तिशाली ईकोसिस्टम कितनी ताकत से प्रयास करता है, लेकिन वह सच को हमेशा के लिए अंधेरे में छिपा नहीं सकता।’ शाह ने आगे लिखा, ‘फिल्म द साबरमती रिपोर्ट ने अतुलनीय साहस के साथ इस ईकोसिस्टम को नकारा है और उस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के सच को दिन के उजाले में सबके सामने उजागर कर दिया है।’
मोदी- शाह की इन टिप्पणियों के बाद मध्य प्रदेश भाजपा ने तय किया है कि सभी सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में इस फिल्म के जरिये गोधरा कांड की सच्चाई जनता के सामने पहुंचाएंगे।
राम मंदिर से भी जुड़े तार
दरअसल, गोधरा कांड के तार अयोध्या के श्रीराम मंदिर से भी जुड़े हैं। इस ट्रेन में जिन लोगों को जलाकर मार डाला गया था, वह सभी अयोध्या में श्री रामलला का दर्शन कर लौट रहे थे। फिल्म में इस पूरे घटनाक्रम को तथ्यों के साथ प्रस्तुत किया गया है।
कई फिल्में भी रहीं चर्चित
इससे पहले ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरला स्टोरी’ जैसी फिल्मों ने भी पिछले कुछ दशकों में हुए ऐसे घटनाक्रमों को उजागर किया है, जो हिंदुओं के अस्तित्व पर खतरे को सामने लाते हैं। ऐसी फिल्मों की लाइन भाजपा के उस एजेंडे के साथ सीधी जुड़ जाती है, जो ‘बटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक हैं तो सेफ हैं’ के माध्यम से चेतना जागृत करने के प्रयासों का हिस्सा है।
‘द साबरमती स्टोरी’ के जरिये ऐसे वास्तविक तथ्य समाज के सामने आए हैं, जो वर्षों से छिपे थे। गोधरा कांड पर सच्चाई को सामने लाने वाली इस फिल्म को सभी लोगों को देखना चाहिए।