भोपाल, मध्य प्रदेश: म. प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कंपनी की एनएबीएल मान्यता प्राप्त (NABL accredited) टेस्टिंग लैब में विभिन्न विद्युत मीटरों एवं अन्य उपकरणों की टेस्टिंग हेतु नए शुल्क निर्धारित किए गए हैं। नए शुल्क वर्तमान में केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई) द्वारा निर्धारित टेस्टिंग शुल्क के समान हैं। मध्य क्षेत्र में पी एम सूर्य घर योजना अंतर्गत सोलर रूफटॉप को बढ़ावा देने हेतु कंपनी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि सोलर संयंत्र में लगने वाले नेट स्मार्ट मीटर पर केवल स्मार्ट मीटर टेस्टिंग हेतु लगने वाले शुल्क एवं स्मार्ट नेट मीटर टेस्टिंग हेतु लगने वाले शुल्क का अंतर ही लिया जाएगा। इसके लिए सिंगल फेस स्मार्ट नेट मीटर पर लगने वाला शुल्क रुपए 1397/- तथा थ्री फेस स्मार्ट नेट मीटर पर लगने वाला शुल्क रुपए 4190/- ही लिया जाएगा।
ग़ौरतलब है कि सिंगल फेज स्मार्ट नेट मीटर टेस्टिंग हेतु पूर्व में दर रू 1680 प्रति मीटर थी, जो अब घटकर रु 1397 हो गई है। मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वारा सिंगल फेज पर विद्युत कनेक्शन हेतु 5 किलो वाट तक भार की अनुमति दी गई है, एवं रूफटॉप घरेलू सोलर संयंत्र अधिकतर 5 किलो वाट तक के होते हैं, जिससे अधिकतर उपभोक्ताओं के टेस्टिंग चार्जेस में कमी आएगी।

इसके अतिरिक्त कंपनी द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि जिन सोलर वेंडर द्वारा सोलर संयंत्र स्थापना हेतु 21 अप्रैल 2025 से पहले मॉडल एग्रीमेंट पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है उन सोलर संयंत्रों पर लगने वाले नेट स्मार्ट मीटर टेस्टिंग शुल्क पूर्व अनुसार रुपए 1680/- ही रहेंगे।
