शहर में एक ट्रस्ट द्वारा संचालित वसुंधरा राजे होम्योपेथिक चिकित्सा महाविद्यालय के छात्रों की लाखों रुपए की फीस के गडबड़ी का मामला सामने आया है। जहां कालेज के तत्कालीन कर्मचारियों और अधिकारियों की सांठगांठ से सत्र 2021-22 में प्रवेश लेने वाले लगभग 25 छात्र-छात्राओं की लाखों की फीस हड़प कर ली गई।
आरोप डा सरेंद्र राय,डा रामनरेश यादव ,डा शरद सिंह चौहान और तत्कालीन प्राचार्य डा नरेश कुमार सोनी पर है। इन्होंने ग्वालियर सहित बाहरी शहरों और राज्यों से प्रवेश लेने आए छात्रों से फीस की पहली किश्त के रूप में 50 हजार से लेकर एक लाख रूपए तक वसूला और फीस का 25 से 30 प्रतिशत हिस्सा जमा कर शेष धनराशि हड़प कर ली
छात्रों ने जब रसीद मांगी तो उन्हें यह कहकर टाल दिया गया कि कालेज आने पर उन्हें फीस दी जाएगी । छात्र जब कालेज आए तो उन्हें रसीद तो मिली नहीं बल्कि आरोपितों ने कालेज आना भी बंद कर दिया। इस मामले में ठगे गए छात्रों ने एफआइआर का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की। जिसके बाद छात्रों ने अधिवक्ता एमपी सिंह और आशीष प्रताप सिंह की मदद से कोर्ट में परिवाद दायर कर दिया है।
घर पर छात्र फीस मांगने गए तो डरा धमकाकर भगाया-
कालेज शुरु होने पर छात्रों ने रसीद मांगी तो उनको पता चला कि उनकी फीस कालेज के खाते में जमा नहीं की गई है। छात्रों ने डाॅ राय से सवाल जवाब करना शुरू किया तो पहले वह छात्रों को आज-कल कह कर टालते रहे फिर उन्होंने अक्टूबर 2022 से कालेज आना बंद कर दिया। छात्रों ने ठगे जाने के बाद काफी विरोध प्रदर्शन किए। आरोपितों ने छात्रों से हर प्रकार का संवाद खत्म कर दिया। जब छात्र अपने पैसे वापस लेने उनके घर पहुंचे तो उन्होंने डरा धमका कर छात्रों को भगा दिया।
कालेज ने नहीं रोकी छात्रों की पढ़ाई-
कालेज के वर्तमान प्राचार्य डा आरएस कुशवाह ने बताया कि छात्रों की लाखों रुपए फीस नहीं मिलने पर भी कालेज प्रबंधन ने छात्रों की पढ़ाई को नहीं रोका है। जिन छात्रों के साथ ठगी हुई है वह लगातार अपनी पढ़ाई को जारी रखे हुए हैं और वर्तमान में द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं देने जा रहे हैं। हालांकि इसके चलते कालेज काे काफी आर्थिक नुकसान हुआ है लेकिन छात्र हित में निर्णय लिया गया है।