ग्वालियर, मध्य प्रदेश: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने स्थापना दिवस पर विजयादशमी के दिन शनिवार को सुबह ग्वालियर महानगर के 13 नगरों में घोष की ध्वनि पर कदमताल करते हुए पथ संचलन निकाले। गणवेशधारी स्वयंसेवकों को ध्वनि की लय पर कदमताल और देशभक्ति गीत व भारतमाता के जयकारे लगाते हुए देखकर राहगीर भी उनकी सराहना करते हुए देखे गए। इस दौरान स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन भी किया। लश्कर जिले के शिवाजी नगर का पथ संचलन पीजीवी महाविद्यालय जीवाजीगंज से शुरू हुआ। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ग्वालियर विभाग के सह संघचालक रवि अग्रवाल ने कहा कि संघ की स्थापना विजयादशमी के दिन सन् 1925 में आद्य संघचालक डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में की थी। आज हम 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शताब्दी वर्ष में संघ देश को सशक्त बनाने के लिए पंच परिवर्तन पर जोर देगा। इसके तहत सामाजिक समरसता, पर्यावरण, स्व का भाव, कुटुंब प्रबोधन और नागरिक कर्तव्य पालन बोध को बढ़ावा देने के लिए काम किया जाएगा। श्री अग्रवाल ने स्वयंसेवकों से इस दिशा में सक्रियता से काम करने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे राष्ट्र समृद्ध होगा।
इसी तरह लश्कर जिले के केशव नगर, माधव नगर, प्रताप नगर, छत्रसाल नगर, गरगज नगर और विवेकानंद नगर के पथ संचलन विभिन्न स्थानों से होते हुए अपने निर्धारित स्थल पर पहुंचे। वहीं ग्वालियर उपनगर का पथ संचलन काली माता मंदिर (कोटेश्वर) से प्रारंभ होकर घासमंडी होते हुए सेवानगर पार्क पर समापन हुआ। बिरला नगर का पथ संचलन जेसी मिल महाविद्यालय से प्रारंभ होकर 9 नंबर पुलिया, मोहन सिंह चक्की, चार शहर का नाका, हजीरा पाताली हनुमान से श्याम हवेली होते हुए समापन जेसी मिल महाविद्यालय पर हुआ। अंबेडकर(सिद्धेश्वर) नगर का पथ संचलन हेलीपैड ग्राउंड (इंद्रमणी नगर) से प्रारंभ होकर नदीपार टाल होते हुए मुरार थाने के पास मुरार नगर के पथ संचलन में समागम हुआ।
रामकृष्ण नगर थाटीपुर का पथ संचलन शिवाजी पार्क से जैन स्तंभ, शारदा बालग्राम से जैन स्तंभ, एच ब्लॉक थाटीपुर से थाटीपुर डिस्पेंसरी होते हुए गोविंदपुरी जैन स्तंभ, सरस्वती नगर पार्क से अनुपम नगर में शिवाजी पार्क में समागम हुआ। दीनदयाल नगर का पथ संचलन अटल पार्क से प्रारंभ होकर आदित्यपुरम संस्कार गार्डन पर पहुंचा। मुरार नगर का मदन मोहन मंदिर से प्रारंभ होकर अग्रसेन चौक पर पहुंचा। इस दौरान स्वयंसेवक देश है पुकारता पुकारती है भारती जैसे देशभक्ति गीतों के साथ भारत माता के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। स्वयंसेवकों का जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।