ग्वालियर, मध्य प्रदेश: ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर के विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को हाई टेंशन लाइन टूटकर गिरने से पूरे मोहल्ले में करंट फैल गया जिसमें पच्चीस से तीस घरों के विद्युत उपकरण खराब हो गए और एक परिवार के तीन लोग पूरी तरह करंट।की चपेट में आने से झुलस गए। हादसे के बाद घायलों का आईसीयू में उपचार चल रहा है। ऊर्जा मंत्री तोमर शाम को घायलों की स्थिति का जायजा करने के लिए जयारोग्य अस्पताल परिसर पहुंचे और उन्होंने आईसीयू में भर्ती तीनों घायलों को देखा और चिकित्सकों के उनके बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
कोटेश्वर कॉलोनी में एक हाई टेंशन लाइन का तार टूट कर बिजली के ट्रांसफार्मर पर गिर पड़ा था। इसके बाद कई घरों में करंट फैल गया।वहीं एक दुकान पर बैठी महिला और उसके परिवार के दो लोग एक-एक करके करंट की चपेट में आ गए। पड़ोसियों की मदद से सभी करंट से प्रभावित लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गयाहै। खास बात यह है कि घंटों बाद भी अधिकारियों को मामले की जानकारी ही नहीं मिली थी। स्थानीय लोगों ने जब पुलिस और प्रशासन से घटना की शिकायत की तब इसके बाद पुलिस अस्पताल में करंट से प्रभावित लोगों का हाल-चाल जानने अस्पताल पहुंची वहीं शाम को ऊर्जा मंत्री अस्पताल पहुंचे और गैरों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी दें इस घटना पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दुख जताया है। ग्वालियर थाना क्षेत्र के कोटेश्वर कॉलोनी में माता के मंदिर के सामने रिहायशी बस्ती है। यहां रहने वाली पुष्पा राठौड़ अपनी किराने की दुकान पर बैठी थी। उनका हाथ दुकान में लोहे की किसी चीज पर गया और वह छटपटाने लगीं। इस बीच बेटा राजेंद्र राठौड़ उन्हें बचाने पहुंचा। वह भी करंट से झुलस गया। इसी तरह बहू गायत्री राठौर भी करंट की चपेट में आ गई। एक-एक करके एक ही परिवार के तीनों लोग करंट से झुलस गए। वहीं कई घरों में टीवी फ्रिज वाशिंग मशीन कूलर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान हाई वोल्टेज के कारण फुंक गए।
ऊर्जा मंत्री ने इस मामले में मुख्य अभियंता को पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। वहीं उन्होंने अपने मंत्री कोटे से सभी तीनों घायलों को 40-40 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। फिलहाल उन्होंने इस मामले में किसी की लापरवाही पर कोई टिप्पणी नहीं की है। उनका कहना है की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही वह डिटेल में कुछ बता सकेंगे ।