शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उमावि. में किया अभियान का शुभारंभ, बालिकाओं से कहा कृमिनाशक गोली से पोषण एवं खून की कमी में होगा सुधार
ग्वालियर, मध्य प्रदेश: सभी बच्चे कृमिनाशक गोली अवश्य खायें, इससे खून की कमी नहीं होगी और पोषण में सुधार होगा। साथ ही याददास्त भी अच्छी होगी। यह बात कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने “राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस” पर स्वयं कृमि नाशक गोली (एल्बेंडाजोल) खाई और इसके बाद बच्चों को खिलाई। कलेक्टर श्रीमती चौहान “राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस” मंगलवार को शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुरार पहुँचीं और अभियान का शुभारंभ किया।
हर साल की तरह इस बार भी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 10 सितम्बर 2024 को मनाया गया। इस दिन अभियान बतौर 01 से 19 वर्ष के बच्चों एवं 20 से 49 वर्ष की महिलाओं को यह गोली निर्धारित मात्रा में खिलाई गई, जो लोग गोली खाने से छूट जायेंगे, उन्हें 13 सितम्बर को यह गोली खिलाई जायेगी।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने बच्चों से कहा कि कृमि नाशक एल्बेंडाजोल की गोली पूरी तरह सुरक्षित है। यह हमारे पेट में जाकर कीड़े एवं पुराने जमे अपशिष्ट को बाहर निकालती है। यह गोली खाने से मामूली परेशानी हो सकती है, जिसमें हल्की मरोड़ इत्यादि शामिल है। इससे घबराएँ नहीं, यह एक साधारण प्रक्रिया है।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती चौहान ने बच्चों से यह भी कहा कि पास्ता, मैगी, ब्रेड और मेंदा से बनी चीजे खाने से हमारी पाचन क्रिया प्रभावित होती है, जो स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा वे अपने गुरूजनों पर विश्वास करें और यदि कोई प्रश्न समझ में नहीं आए तो बेझिझक अपने शिक्षक से बार-बार समझने की कोशिश करें। अगर याद नहीं हो रहा है तो बार-बार लिखने की आदत डालें और घर पर सघन अभ्यास करें। साथ ही मंच से बोलने का प्रयास करें ताकि आपकी झिझक खत्म हो सके, भविष्य में आगे बढने के लिये ये चीजे बहुत जरूरी हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने भी स्वयं कृमिनाशक गोली खाई। साथ ही अभियान के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आर.के.गुप्ता ने किया इस अवसर पर शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विधालय मुरार के प्राचार्य श्री विजय कुमार पिपरौलिया ने सभी का आभार व्यक्त किया, कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं स्कूल के शिक्षकगण उपस्थित थें।