ग्वालियर, मध्य प्रदेश: भगवान श्रीगणेश की बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए जिला प्रशासन व नगर निगम फी समय से उचित स्थान ढूंढने का प्रयास कर रहा था। पिछले कुछ दिनों में कई स्थानों पर सहमति बनी लेकिन कुछ न। कुछ अड़चनों की वजह से फिर उसे बदलना पड़ा लेकिन आखिरकार अब प्रशासन विसर्जन के लिए शहर में सागरताल के सामने वैकल्पिक जलाशय तैयार करा रहा है। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान एवं पुलिस अधीक्षक श्री राकेश कुमार सगर ने अन्य अधिकारियों के साथ मंगलवार की शाम अस्थायी जलाशय स्थल का जायजा लिया। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती चौहान ने नगर निगम एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी व्यवस्थाओं को इस प्रकार से अंतिम रूप दें कि श्रद्धालुजन सुविधाजनक तरीके से और धार्मिक विधि विधान के साथ भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकें। साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर एहतियात बतौर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने कहा कि सागरताल के सामने की मुख्य सड़क से वैकल्पिक जलाशय तक पर्याप्त चौड़ाई में गिट्टीयुक्त पहुंचमार्ग तैयार कराएँ। पहुँचमार्ग से लेकर विसर्जन स्थल तक पुख्ता बेरीकेटिंग भी कराई जाए। विसर्जन स्थल पर प्रतिमाओं की पूजा करने के लिये मजबूत प्लेटफॉर्म बनाने के निर्देश भी उन्होंने दिए। साथ ही कहा अस्थायी जलाशय सहित सम्पूर्ण पहुँच मार्ग पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करें। लाईट, माइक व टेंट की भी पुख्ता व्यवस्था की जाए। वैकल्पिक जलाशय के पास पर्याप्त संख्या में अस्थायी शौचालय व पार्किंग की व्यवस्था करने के निर्देश भी उन्होंने दिए। विसर्जन सम्पन्न होने तक निर्वाध बिजली आपूर्ति के लिये वैकल्पिक रूप से बड़े जनरेटर की व्यवस्था करने पर भी कलेक्टर ने विशेष बल दिया।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने शहर भर से आने वाली बड़ी और छोटी प्रतिमाओं के सात मुख्य सड़क मार्गों सहित इन्हें जोड़ने वाली अन्य सड़कों की मरम्मत अभियान बतौर भरवाए जाएँ। साथ ही सभी सड़कों पर स्ट्रीट लाइट चालू हालत में रहें। इन सभी सड़क मार्गों के ऊपर होकर गुजर रहे तार व्यवस्थित कराएँ, जिससे वाहनों से मूर्तियाँ सुगमता के साथ सागरताल के समीप स्थित अस्थायी जलाशय तक पहुँच सकें।
लगभग पाँच हजार वर्गफीट में तैयार हो रहा है अस्थायी जलाशय
सागरताल के सामने भगवान गणेश की बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए लगभग पाँच हजार वर्गफीट और 12 फीट गहराई में अस्थायी जलाशय का बनाया जा रहा है। नगर निगम की जमीन पर बड़ी-बड़ी मशीनों के माध्यम से युद्ध स्तर पर इस तालाब को तैयार करने का काम जारी है।
सागरताल के सामने बनाए गए अस्थायी जलाशय में बड़ी प्रतिमाओं एवं छोटी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरुण कुमार व श्री टी एन सिंह, नगर निगम के अपर आयुक्त श्री मुनीष सिकरवार, एसडीएम श्री अतुल सिंह, श्री अशोक चौहान व श्री नरेन्द्र बाबू यादव तथा लोक निर्माण, विद्युत वितरण कंपनी तथा नगर निगम सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
विसर्जन में सहयोग व सुरक्षा के लिए संयुक्त दल बनाएँ
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान एवं पुलिस अधीक्षक श्री राकेश कुमार सगर ने अस्थायी जलाशय पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व मूर्तियों को धार्मिक भावनाओं के अनुरूप विसर्जित कराने के लिये संयुक्त दल गठित करने के निर्देश भी दिए। इन दल में नगर निगम, एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रबंधन) व पुलिस सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों को शामिल करें। पारंपरिक रूप से प्रतिमाओं का विसर्जन कराने वाले केवट समुदाय के वॉलेन्टियर को भी इस दल में शामिल किया जाए। उन्होंने इन वॉलेन्टियर को सूचीबद्ध करने के निर्देश भी दिए। साथ ही वॉलेन्टियर से कहा कि प्रतिमाओं का विसर्जन कराने के लिए किसी से भी अनावश्यक धनराशि की मांग न की जाए।
ग्वालियर शहर में श्री गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए स्थल निर्धारित
जिला प्रशासन और नगर निगम ने भक्त जनों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए विशेष व्यवस्था की है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी के अवसर पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और उनकी सुविधाओं का ध्यान रखते हुए विसर्जन स्थलों का निर्धारण किया गया है।
बड़े आकार की प्रतिमाओं के लिए व्यवस्था
भगवान श्री गणेश जी की बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए बहोड़ापुर स्थित सागरताल के सामने स्थित खाली स्थान पर अस्थाई जलाशय बनाया गया है। यह जलाशय प्रतिमा विसर्जन के दौरान भक्तों को सुविधाजनक रहेगा और विसर्जन प्रक्रिया को सुगम बनाएगा।
छोटे आकार की प्रतिमाओं के लिए व्यवस्था
छोटी आकार की श्री गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए कटोरा ताल के कोने पर एक छोटा कुंड तैयार किया गया है। यह व्यवस्था छोटे आकार की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए विशेष रूप से बनाई गई है, ताकि विसर्जन प्रक्रिया सरल और प्रभावी हो सके।
चलित जलाशय की व्यवस्था
नगर निगम ने जन सहयोग से मुख्य मार्गों पर वाहनों के माध्यम से चलित जलाशय भी चलाए जाने की व्यवस्था की है। इन चलित जलाशयों के माध्यम से भक्तजन भगवान गणेश जी की छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकेंगे। यह व्यवस्था उन भक्तों के लिए है जो विसर्जन स्थल पर नहीं पहुंच सकते हैं या जो अपने घर के समीप विसर्जन करना चाहते हैं।
गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन मार्गों के पेंच वर्क का काम तेजी से जारी
शहर में गणेश प्रतिमा विसर्जन मार्गों के पेंच वर्क का काम तेजी से किया जा रहा है। इनमें नाका चन्द्रबदनी से बेटी बचाओ बाडा तक, नाका चन्द्रबदनी से एसएएफ रोड से कम्पू बस स्टैंड से थीम रोड अचलेश्वर मंदिर से इंदरगंज चौराहा से महल गेट शिंदे की छावनी से रामदास घाटी से जेल रोड, बहोड़ापुर चौराहा से आनंद नगर मेन रोड सागर ताल तक, महाराज बाडा से हनुमान चौराहा कटी घाटी बहोडापुर चौराहा आनंद नगर मेन रोड सागर ताल तक, महाराज बाडा से सराफा गस्त का ताजिया से छप्पर वाला पुल से शिंदे की छावनी से रामदास घाटी जेल रोड बहोडापुर से आनंद नगर से सागर ताल तक, सात नम्बर चौराहा से गोले का मंदिर चौराहा से जेसी मिल से सागर ताल तक, सात नंबर चौराहा से बारादरी चौराहा से गांधी रोड रेलवे स्टेशन से तानसेन रोड हजीरा चौराहा से सागरताल तक, दीनदयाल नगर से गोले का मंदिर चौराहा से जेसी मिल से चार शहर का नाक से सागर ताल की पेच रिपेयरिंग कराई जा रही है।
इसके साथ ही गणेश प्रतिमा विसर्जन के मुख्य मार्गों से जुडेन वाले सब मार्गों जिसमें महाराज बाडा से चिठनिश की गोठ कम्पू, नया बाजार, जिंसी नाला नम्बर 1,2,3, शिंदे की छावनी, महाराज बाडा से सराफा गस्त का ताजिया छप्पड वाला पुल, शिंदे की छावनी, जयेन्द्रगंज चौराहा से ऊंट पुल से गस्त का ताजिया से शिंदे की छावनी, गस्त का ताजिया से नई सडक हनुमान चौराहा कटी घाटी बहोडापुर सागरताल, नया बाजार से राज पाएगा रोड दाल बाजार जयेन्द्र गंज चौराहा अप टू सागर ताल, फूलबाग चौराहा से खेड़ापति कॉलोनी किला गेट सराफ बाजार कोटेश्वर मंदिर विनय नगर बहोड़ापुर चौराहा से सागरताल, फूलबाग चौराहे से पडाव चौराहा लक्ष्मणपुरा होते हुए तानसेन रोड हजीरा चौराहा से चार शहर का नाका रोड से सागर ताल तक, सात नम्बर चौराहा से बारादरी चौराहा गांधी रोड तक, एम एच चौराहा से बारादरी चौराहा तक सिंहपुर रोड, अग्रसेन चौक से सब्जी मंडी होते हुए छः नम्बर चौराहा से सात नम्बर चौराह से गोले का मंदिर, बिरला नगर पुल से हजीरा चौराहा दुर्गादास प्रतिमा हजीरा चौराहा से चार शहर का नाक से सागर ताल, दुर्गादास प्रतिमा से चार शहर का नाका सागरताल, हजीरा चौराहा से किलागेट अप टू सागरताल तक पेच रिपेयरिंग का कार्य भी जारी है।