छतरपुर मध्य प्रदेश: इक्कीस अगस्त को जहां एक ओर एसटीएसटी वर्ग द्वारा भारत बंद का ऐलान किया गया था और छतरपुर में भी एस सिस्टी वर्ग के लोग रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे उसी बीच मुस्लिम समुदाय के लोग सिटी कोतवाली पहुंच गए। और वहाँ पर महाराष्ट्र के सालाद्वीप के मठाधीश राम गिरी महाराज पर एफआईआर की मांग करने लगे। सुनवाई न होने पर भीड़ आक्रोशित हो गई और पुलिस पर पथराव कर दिया। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले रामगिरी महाराज द्वारा हजरत पैगंबर पर एक विवादित टिप्पणी की गई थी।जिससे मुस्लिम समाज में आक्रोश है।
छत्तरपुर सिटी कोटवाली पर दोपहर ढाई बजे सैकड़ों लोगों ने थाने का घेराव कर दिया और एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे। उस समय थाने में कम पुलिस बल मौजूद था। क्योंकि शहर में इक्कीस अगस्त के भारत बंद के दौरान पुलिस विभिन्न चौराहों और सड़कों पर मौजूद थी। थाने पर उपस्थित पुलिसकर्मियों ने भीड़ को समझाने की कोशिश की लेकिन भीड़ भीड़ जिस तरह से हाथ में पत्थर ली हुई थी और आक्रोशित थी वह पूरी तरह से पथराव की तैयारी में थी। भारत बन्द के प्रदर्शन के बाद जब पुलिस अधिकारी थाने पहुंचे तो लोगों ने पुलिस अधिकारियों से रामगिरी महाराज पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की और जब ए एस पी और टीआई ने उनकी सुनवाई नहीं की तो थाने का घेराव कर दस मिनट तक पत्थर बाजी चलती रही।
पत्थर बाज़ी में एएसपी विक्रम सिंह कोतवाली टीआई अरविंद कुजूर टीआई नौगांव सतीश सिंह आरक्षक भूपेन्द्र राजेंद्र घायल हो गए। उपद्रवियों द्वारा वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थाना घेराव के समय उपद्रव इतना बढ़ गया।पुलिस को भीड़ को तितर बितर करने के लिए आँसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।