ग्वालियर मध्य प्रदेश; ग्वालियर के समाधिया कॉलोनी क्षेत्र से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आ रही है जहाँ इलेक्ट्रिक व्हीकल ओला चार्ज करते समय फट गया और पूरे मकान में आग लग गई। अफरा तफरी का मंजर यह था के जिसको जैसे लगा उसने अपनी जान बचाने की कोशिश की। जिस समय यह घटना हुई मकान के अंदर परिवार के छह लोग थे जो पैंतालीस मिनट तक अंदर ही फंसे रहे और जब आग की घटना के बाद उन्हें कोई रास्ता नहीं दिखा तो किसी ने पहली मंजिल से कूद कर।तो किसी ने तीसरी मंजिल से पड़ोसी के यहां कूद कर अपनी जान बचाई। घटना सुबह साढ़े तीन बजे की है जब परिवार के लोग गहरी नींद में सो रहे थे। लेकिन ओला इलेक्ट्रिक व्हीकल कि बैटरी के फटने से हुए धमाके से उनकी नींद खुल गई।
ग्वालियर की समाधियाँ कालोनी में कमल पंजवानी अपने परिवार के साथ रहते हैं जिनका बैटरी का व्यवसाय है। कमल पंजवानी का कहना है कि ओला इलेक्ट्रिक व्हीकल में चार्जिंग करते समय अपने आप आग लग गई और आग पूरे घर में फैलने लगी। आग के साथ पूरे घर में काला जहरीला धुआं भी बढ़ता जा रहा था। जिसे देखते हुए बचने के लिए पहले मेरे भाई दिलीप ने पहली मंजिल से ही नीचे छलांग लगा दी। और साथ ही मेरे 87 वर्षीय पिता रामचंद्र जी। को भी छत से कूदना पड़ा। कमल पंजवानी की पत्नी रीमा अपने बच्चों को लेकर छत। की तरफ गई और छत से पड़ोसी की छत पर कूद गईं, तब जाकर उनकी जान बच सकी। इस घटना में कोच में रखी इलेक्ट्रिक व्हीकल। में आग लगने से वहां रखें। अन्य 5 वाहन जल गए। इसके साथ ही पूरे घर में आग लग गई जिससे घर का। काफी सामान जल गया गनीमत यह रही कि सभी के सूझ बूझ के चलते कोई जनहानि नहीं हुई।
पूरे घटनाक्रम में उपायुक्त नगर निगम फायर बिगेड प्रभारी डॉक्टर अतिबल सिंह यादव ने बताया कि कमल पंजवानी का बैटरी का और फायर सेफ्टी का ही काम है। उनका ट्रांसपोर्ट नगर में फायर सेफ्टी का व्यवसाय है। आग की सूचना पर फायर ब्रिगेड का अमला तुरंत घटना स्थल पर पहुंच गया था और लाउड स्पीकर से निर्देशित करते हुए परिवार को ऊपर जाकर बगल की छत। से बचकर निकलने के लिए सुझाव दिया। साथ ही जब फायर ब्रिगेड के कर्मचारी इलेक्ट्रिक व्हीकल। में लगी आग बुझा रहे थे। उसी समय वहां रखी दूसरी इलेक्ट्रिक व्हीकल। की बैटरी में भी उन्हीं के सामने ब्लास्ट हो गया जिससे गाड़ी के ऊपर का जीना पूरी तरह टूट गया। इस घटना में फायर ब्रिगेड हमले को। अपनी जान बचाते हुए सूझबूझ से आग बुझाने का काम करना पड़ा। उनके अनुसार गाड़ी चार्जिंग पर लगाकर सो जाने की लापरवाही के चलते यह घटना हुई। क्योंकि फुल चार्ज होने के बाद इलेक्ट्रिक सप्लाई से बैटरी जरूरत से ज्यादा गरम हो गई।
आज कल इलेक्ट्रिक व्हीकल का चलन दिन पे दिन बढ़ता जा रहा है और अब तो मध्य प्रदेश सरकार भी इलेक्ट्रिक व्हिकल खरीदारों को प्रोत्साहन देने के लिए 2? व्हीलर पर 10 हजार और कार पर 50 हजार और बस पर 10 लाख तक की प्रोत्साहन राशि सब्सिडी के रूप में देने वाली है। लेकिन इन वाहनों के सुरक्षा मानकों के साथ बडा। खिलवाड किया जा रहा है इन वाहनों में लगी बैटरी बहुत ज्यादा क्षमता की होती है। इन्हें चार्ज करते समय और रखरखाव के समय पूरी सुरक्षा बरतनी चाहिए।साथ ही समय समय पर बैटरी का परीक्षण भी करना चाहिए। साथ ही सरकार को गुणवत्ता हीन बैटरी वाले इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री पर सख्ती से रोक लगानी चाहिए।