ग्वालियर मध्य प्रदेश, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ऊर्जा विभाग की उपलब्धियों को गिनाने के लिए सोमवार को एक पत्रकार वार्ता आयोजित की। पूरी पत्रकार वार्ता में मंत्री जी अपने विभाग की उपलब्धियां ही गिनाते रहे और जन समस्या से जुड़े पत्रकारों के प्रश्न से किनारा करते नजर आए। कुछ प्रश्नों का जवाब ढूंढने के लिए तो उन्हें अपने बगल में बैठे विद्युत विभाग के अधिकारियों का मुंह ताकना पड़ा। कुल मिलाकर इस प्रायोजित पत्रकार वार्ता में जनता से जुड़े किसी गंभीर मुद्दे पर कोई प्रभावी समाधान निकलकर सामने नहीं आया।
मध्य प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री ने भोपाल के बिजली कंपनी के अधिकारियों की मौजूदगी जानकारी दी कि आरडीएसएस के योजना के कामों का लाभ जनता को मिल सके..इसके लिये रणनीति बनाकर कार्य किया जाए, ताकि योजना समय-सीमा में पूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि घोषित अवधि में गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को मिलना चाहिए। श्री तोमर इससे पहले ट्रिपल आईटीएम के सभागार में ग्वालियर एवं चंबल संभाग के विद्युत अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव, एमडी मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी क्षितिज सिंघल, एमडी मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी जबलपुर, निदेशक तकनीकी दीप्तापाल सिंह, मुख्य महाप्रबंधक ग्वालियर क्षेत्र श्री राजीव गुप्ता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आबादी को 24 घंटे और किसानों को 10 घंटे विद्युत आपूर्ति करना राज्य शासन का संकल्प है। इस संकल्प की पूर्ति के लिये रिवेम्प्ट डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम स्कीम (आरडीएसएस) और एसएसटीडी योजना के अंतर्गत 33/11 केव्ही उपकेन्द्र, 33 केव्ही लाईन, 11 केव्ही लाईन के स्वीकृत विस्तार कार्य ग्वालियर एवं चंबल संभाग में समय-सीमा में पूरे होने चाहिए।
ऊर्जा मंत्री मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए बिजली कटौती और अघोषित कटौती के साथ ट्रिपिंग जैसी समस्याओं के संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। जब उनसे एक महिला पत्रकार ने पूछा कि आप जनसुनवाई केवल अपने विधानसभा क्षेत्र में करते हैं तो क्या आप ग्वालियर पूर्व , ग्रामीण और दक्षिण विधान सभा में भी जनसुनवाई शुरू करेंगे मंत्री जी ने इस सवाल का कोई सीधा जवाब नहीं दिया। जब एक वरिष्ठ पत्रकार ने पूछा की सोलर सिस्टम लगाकर ऊर्जा विभाग जनता से किस निर्धारित मूल्य पर बिजली खरीदेगा? तो इसका जवाब न तो मंत्री जी दे सके और न ही मंत्री जी के बगल में बैठे ऊर्जा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी। सिटी फॉरेस्ट सिरोल पर अटल के निर्माण की आड़ में वृक्षों को काटा जा रहा है, इस पर प्रश्न किए जाने पर भी मंत्री जी ने कहा कि जितने पेड़ काटे जाएंगे उतने लगाए जाएंगे लेकिन पेड़ काटने से रोकने के लिए अपनी तरफ से कोई प्रयास किए जाने की बात उन्होंने नहीं की।
इस प्रेस वार्ता से पूर्व ऊर्जा मंत्री ने ग्वालियर-चंबल संभाग के विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों की क्षेत्रवार विद्युत समस्याओं के निराकरण के लिये मीटिंग की। उन्होंने दतिया, भिण्ड, ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर, गुना, अशोकनगर के विधायकों और जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कार्यक्रम में कहा कि खराब तथा जले ट्रांसफार्मर यदि पात्रता की श्रेणी में आते हैं तो उन्हें तत्काल बदला जाए। उन्होंने ओवर लोडेड तथा हर बार जलने वाले ट्रांसफार्मर के लिये तकनीकी परीक्षण कराकर तथा स्वीकृत लोड चैक कर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि करने के निर्देश दिए।