ग्वालियर, मध्य प्रदेश; शहर के आमजन मिलावटी खाद्य पदार्थ की समस्या से लगातार जूझ रहे हैं। इन खाद्य पदार्थों में भी सबसे बड़ी समस्या दूध एवं दूध से बने अन्य उत्पादों में मिलावट की है। कई बार खाद्य विभाग की कार्रवाई में अमानक स्तर के दूध व दूध से बने खाद्य पदार्थ पकड़े गए हैं। लेकिन अब प्रशासन एक ऐसी योजना बनाने जा रहा है जिससे यह मिलावटी दूध उत्पाद आम जन तक पहुँच ही नहीं। मिलावटी दूध उत्पादों की रोकथाम के लिए अब जिला प्रशासन जिले के विभिन्न सीमाओं पर चेकिंग पॉइंट बनाने जा रहा है।
खाद्य पदार्थों विशेषकर दूध एवं दूध से बने उत्पाद में मिलावट को रोकने हेतु ग्वालियर क्लेक्टर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के निर्देश पर अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा प्रशासन जिला ग्वालियर डॉ. राजकुमार राजौरिया ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की बैठक ली। इसके साथ ही जिले में बाहर से आने वाले दूध एवं दूध उत्पादों की चैकिंग के लिये जिले की सीमाओं पर चैकिंग प्वॉइंट निर्धारित किए गए हैं। इसके साथ ही मिलावट की रोकथाम के लिये सूचना तंत्र को और मजबूत करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में दूध एवं दूध से बने उत्पादों में मिलावट की रोकथाम के लिये आम जनता को शिकायत करने हेतु मोबाइल नम्बर 7999577244 जारी किया गया है। खाद्य विभाग के अधिकारियों को खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के प्रति कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही जन जागरूकता अभियान के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने की बात कही गई। रक्षाबंधन एवं आने वाले त्यौहारों के दृष्टिगत खाद्य पदार्थों के निर्माण स्थल एवं विक्रय स्थल पर खाद्य विभाग के दल द्वारा निगरानी एवं निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने माननीय उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर में विचाराधीन अवमानना याचिका के तहत मिलावट करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश के क्रम में बैठक लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।